रास्ते हर मोड़ पर उलझाते हैं। रास्ते भटके हुए राही को मंजिल तक भी पहुंचाते हैं। जीवन चक्र आगे बढ़ता है और समय के शिलालेख पीछे छूटते जाते हैं। चमकदार अतीत पर गौरव भूल साबित होता है। क्योंकि वर्तमान हर कदम पर आइना दिखाता है। कभी अखबार खबरों के कीर्तिमान बनाते थे। फिर टीवी न्यूज की दस्तक हुई तो अखबारों भी खबरों की उस गति को हासिल करने लगे। अब देश-दुनिया पर सोशल मीडिया के प्रभाव नजर आ रहे हैं। खबरें अपनी सुपर स्पीड के साथ समाज के फलक पर छा रही हैं। ऐसे में अखबार संग टीवी न्यूज के भी बड़े-बड़े ब्रांड पत्रकारिता के ई-मॉडल को अपना रहे हैं। परिवर्तन के इस दौर में प्रमाणिकता के गंभीर सवाल भी गहरा रहे हैं। हम सब आजादी की 74वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। स्वतंत्रता केे पुनीत पर्व पर सेवा के नए संकल्प के साथ ‘खबरची khabarchee.com’ आप सबके बीच दस्तक दे रहा है। यह प्रयास हमारा है और प्रेरणा आपकी। विश्वसनीयता के वादे के साथ खबरची आपकी आवाज को अपनी आवाज देगा। और खबरों भीड़ में खबरों की नजीर बनने की सतत कोशिश करेगा।
शुभकामना के साथ
टीम खबरची