बरेली। बाहरी अपराधी कहीं भी घुसपैठ करतेे हैं और गुनाह पर गुनाह कर एक जिले से दूसरे जिले की सीमा में भाग जाते हैं। सर्विलांस के दौर में भी पुलिस इस चुनौती का मुकाबला करने में भारी टेंशन का सामना करती नजर आ रही है। कहानी एक जिले की नहीं, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश की है। कुछ ही दिन पहले एसएसपी बरेली बनकर आए युवा आईपीएस रोहित सिंह सजवाण ने गहन चिंतन-मनन के इस तरह के क्राइम कंट्रोल के लिए कुछ अलग करने की ठानी है। बरेली में आते ही उन्होंने बदायूं, पीलीभीत, रामपुर, शाहजहांपुर और उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर से आने वाले 17 एंट्री प्वांट पर पुलिस का पहरा बिठा दिया है।
एसएसपी के मुताबिक, हर एंट्री प्वाइंट पर पुलिस के पहरेदारों को इस निर्देश के साथ ड़यूटी पर भेजा जा रहा है कि वे हर संदिग्ध पर नजर रखें और कुछ भी अंदेशा होना पर तुरंत सख्ती से एक्शन लें। एसएसपी की ये मुहिम आगे क्या रंग लाती है, ये तो बाद में पता लगेगा मगर फिलहाल बरेली के गैर जनपद सीमावर्ती एंट्री प्वाइंट पर पुलिस की मुस्तैदी नजर आने लगी है।
एसएसपी सजवाण ने टीम खबरची से बातचीत करते हुए बताया कि अपराध नियंत्रण के लिए बरेली जिले में उन्होंने खास प्लान पर काम शुरू कराया है। दूसरे जिलों की सीमाओ से जुड़ने वाले सभी प्रमुख एंट्री प्वाइंट पर पुलिस पिकेट तैनात कर दी गई हैं। ऐसा देहात के थाना क्षेत्रों से लगने वालीं 17 जगहों पर किया गया हैं, जहां पीलीभीत,बदायूँ,शाहजहाँपुर व रामपुर और ऊधम सिंह नगर जिलों की सीमाएँ आपस में मिलती है । सभी प्वाइंटों पर एक एसआई,दो कांस्टेबल व एक होमगार्ड की तैनात किए गए हैैंं। एसएसपी ने बताया कि सभी इन सभी 17 प्वाइंट पर दो शिफ़ट में दिन-रात दरोगा और सिपाही ड़यूटी देंगे और संदिग्धों पर नजर रखेंगे।
बरेली में 26 हलके बनेंगे चौकी, मजबूत होगी पुुुुलिसिंग
एसएसपी सजवाण ने बताया कि बरेली देहात के 24 हलकों को चौकी में बदलने के रिपोर्ट भी तैयार की गई है। इससे जिले में जहां चौकियों की संख्या बढ़ जाएगी, बल्कि पुलिसिंग भी मजबूत होगी। नई व्यवस्था जल्द अस्तित्व में आ जाएगी। इसके अमल मेंं आनेे से रूरल एरिया मेें पुलिसिंग और कानूूून व्यवस्था प्रति जनता में विश्वास और बढ़ेगा।
खबरची/ अमित नारायण शर्मा