यूपी के बरेली में आधी रात को कुछ ऐसा हुआ कि अपहरण का शोर उठ गया। थाना हाफिजगंज क्षेत्र के गांव नरही नउआ नगला में पहुंचे कार सवार लोग एक किसान को पकड़कर ले गए। गांववालों ने कंट्रोल रूम को किडनैपिंंग की सूचना दी तो इलाके की पुलिस दौड़ पड़ी। रात भर बदमाशों की तलाश में कांबिंंग की जाती रही। अनहोनी की आशंका से हाफिजगंज पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट भी दर्ज कर ली। सुबह पता लगा कि किसान को बदमाश अगवा करके नहीं ले गए, बल्कि पड़ोस के नवाबगंज थाने की पुलिस ले गई है। वारदात की सूचना पूरी रात वायरलैस पर गूंजती रही मगर नवाबगंज थाने वाले मौन साधे रहे। दूसरे दिन भी हाफिजगंज थाने किसी तरह की सूचना नहीं भिजवाई गई।
नरही नउआ नगला बरेली के थाना हाफिजगंज की सीमा का गांव है। देर रात यहां के रहने वाले जानकी प्रसाद ने कंट्रोल रूम को सूचना दी कि रात दस बजे के करीब कार और बाइक से आए कुछ लोग उसके भाई रामदास को जबरन पकड़कर ले गए। जानकारी मिलते ही 112 की पुलिस टीम और थाने के फोर्स के साथ इंस्पेक्टर हाफिजगंज अवनीश यादव गांव पहुंच गए। पुलिस ने बदमाशों की तलाश शुरू कर दी। घंटों कई टीमें बदमाशों की तलाश में कांबिंंग करती रहीं।
हाफिजगंज पुलिस ने सभी थानों को उसी वक्त वायरलैस भी करा दिया गया था मगर कहीं से भी रामदास को पकड़कर ले जाने की सूचना नहीं आई। भाई जानकारी प्रसाद ने रामदास के अपहरण की तहरीर दी तो इंस्पेक्टर हाफिजगंज ने तुरंत ही अज्ञात बदमाशों के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी । सुबह परिवारवालों को किसी माध्यम से पता लगा कि रामदास को नवावाबगंज थाने के पुलिसकर्मी पकड़कर ले गए हैं और उसे वहां के थाने में बिठाकर रखा गया है। घरवालों ने पूरी स्थिति से तुरंत ही थाना हाफिजगंज सूचना दी तो यहां की पुलिस ने माथा पीट लिया। आज शाम तक भी नवाबगंज थानेवालों ने यह जानकारी किसी को नहीं दी कि रामदास को किस मामले में पकड़ा गया है।
नियमानुसार, दूसरी जगह की पुलिस जब भी कहीं दबिश या धरपकड को जाती है तो पहले लोकल थाने को सूचना दी जाती है। गलतफहमी में बगैर वर्दी के पहुंचने वाली बाहर की पुलिस और पब्लिक मेें टकराव होने के मामले भी हो जाते हैं। नवाबगंज पुलिस ने रात में जो कुछ किया, उससे हाफिजगंज पुलिस को पसीने आ गए। थाना प्रभारी अवनीश यादव का कहना है कि नवाबगंज पुलिस ने दूसरे दिन भी रामदास को पकड़े जाने की सूचना नहीं भिजवाई। इसकी वजह से अपहरण का हल्ला हो गया था। अब सच्चाई सामने आ चुकी है तो एफआईआर एक्सपंज करनी पड़ रही है।
खबरची/ रमेश शर्मा