बरेली। रामगंगा नगर आवासीय योजना में बीडीए की कार्रवाई में तोड़े गए धर्मस्थल निर्माण की मांग और विचपुरी गांव के लोगों को जमीन खाली करने के नोटिस से नाराज हिंंदू संगठन सड़कों पर उतर आए। वीडीए की कार्रवाई को गलत बताते हुए संगठनों ने पीलीभीत बाईपास पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। वार्ता के बाद प्रदर्शन बंंद किया गया।
सुरेश शर्मा नगर चौराहे पर प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष अरुण कुमार फौी और महानगर अध्यक्ष दुर्गेश गुप्ता, युवा जिलाध्यक्ष हर्ष भारद्वाज का कहना था कि बीडीए ने रामगंगा नगर इलाके में पिछले दो धर्मस्थल तोड़े थे। दूसरे समुदाय का धर्मस्थल तो बीडीए अफसरों ने दबाव में बनवा दिया। कई बार अफसरों के कहने के बाद भी हिंंदू समाज की मांग की अनदेेेेेखी की जा रही और धर्मस्थल को दोबारा नहीं बनवा जा रहा। इससे हिंंदू संगठन गुस्से में है।
हिंंदू जागरण मंच जिलाध्यक्ष अरुण फौजी ने कहा कि लंबे समय से मकान बनाकर रह रहे बड़ी संख्या में लोगों को बीडीए ने घर खाली करने के नोटिस भिजवाए हैं। बीडीए उनके घर तोड़ना चाहता है, जबकि उनके पास सभी जरूरी कागजात मौजूद हैं। जब तक इस विषय में अफसर ठोस समाधान नहीं निकालते, तब बीडीए की कार्रवाई का विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि अगर लोगों को बेघर किया गया तो हिंंदू संगठन आंदोलन को मजबूर होंगे। चंदपुर बिचपुरी गांव से बड़ी संख्या में महिलाएं भी विरोध प्रदर्शन में शामिल रहीं और हाथों में तख्तियां लेकर बीडीए कार्रवाई पर रोष जताते हुए जमकर नारेबाजी की। पुलिस के समझाने पर गांववालों ने ने बाद में कलेक्ट्रेट जाकर ज्ञापन दिया। इस मामले में बीडीए वीसी जोगिंंदर कुमार ने कहा कि प्राधिकरण रामगंगा आवासीय योजना की जमीन से अवैध कब्जे हटाने की कार्रवाई में लगा है।
खबरची ब्यूरो