शाहजहांंपुर। यूपी के शाहजहांपुर में गैंगरेप का शिकार हुई विधवा से थाने में रेप का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़िता का कहना है कि कार्रवाई का भरोसा देकर जलालाबाद थाने का दरोगा कैंपस में बने अपने रूम में ले गया और कथित रूप से उसके साथ हैवानियत की। दरोगा की कारगुजारी छिपाने को जिले के पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की तो उसने एडीजी जोन बरेली से शिकायत की। इसके बाद भी उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी गई। पुलिस उस पर समझौते को दबाव बना रही है और ऐसा न करने पर स्मैक बरामदगी के झूठे मामले में जेल भेजने की धमकी दे रही है। महिला के आरोपों को लेकर शाहजहांपुर के पुलिस अधिकारी जांच की बात कह रहे हैं।
मामला थाना जलालाबाद क्षेत्र का है। पीडित महिला ने मीडिया को बताया कि पिछले दिनों वह जरूरी काम से मदनापुर कस्बे गई थी। लौटते में ई-रिक्शा खराब होने की बात कहकर ड्राइवर ने उसे बीच रास्ते में उतार दिया। कुछ ही देर बाद अचानक गाड़ी से वहां पांच लोेग आए और उसे खींचकर पास के खेत में ले गए। हमलावरों ने उसके साथ बारी-बारी हैवानियत की। वह रोती बिलखती हुई कोतवाली जलालाबाद पहुंंची तो वहां एक दरोगा मिला।
महिला का कहना है कि दरोगा ने उसे न्याय दिलाने का भरोसा दिया और उसे बातों में देकर थाने के सरकारी कमरे में ले गया। आरोप है कि कमरे में दरोगा ने महिला के साथ दुष्कर्म किया और उसे धमकाकर भगा दिया। उसने एसपी से मिलकर कार्रवाई की गुहार लगाई मगर पुलिस ने उसकी नहीं सुनी। परेशान होकर वह कुछ दिन बाद एडीजी बरेली के आफिस में गई और पूरी आपबीती सुनाई। वहां से शाहजहांपुर के अफसरों को कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए मगर जिले में उसकी फिर भी सुनवाई नहीं हुई। आरोपी दरोगा और बाकी लोगों पर रिपोर्ट दर्ज करने की जगह थानेवालेे उस पर समझौते को दबाव बना रहा है। उससे कहा जा रहा है कि सुलह नहीं की तो उसे स्मैक आदि के मामले में जेल भेज दिया जाएगा। महिला के आरोपों को लेकर एसपी सिटी संजय कुमार का कहना है कि मामले में प्राथमिक तौर पर साक्ष्य नहीं मिले हैं। प्रकरण की जांंच जारी है। जांच में जैसे तथ्य सामने आएंगे, उस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
खबरची/ रोहित यादव, शाहजहांपुर