बरेली की भोजीपुरा विधानसभा सीट से भाजपा की टिकट के प्रबल दावेदार योगेश पटेल क्षेत्र में बड़ी आवाज बनकर उभर रहे हैं। दिन-रात इलाके में पार्टी का रंग जमा रहे हैं और भोजीपुरा से लापता चल रहे दूसरे नेताओं से अलग योगेश पटेल वक्त-बेवक्त पब्लिक के बखूबी काम आ रहे हैं। विधानसभा चुनाव से पहले क्षेत्र के एक-एक गांव में योेगेश पटेल की मैराथन दौड़ बता रही है कि वह चुनावी तैयारी में अभी से पूरा जोर लगा रहे हैं।
योगेश पटेल और उनकी पत्नी भोजीपुरा से चौथी बार ब्लॉक प्रमुख हैं। पिछले चुनाव में भाजपा ने भोजीपुरा सीट सपा से छीनी थी और बहोरन लाल मौर्या विधायक बने थे। अब सवाल 2022 के चुनाव का है तो एक तरफ सत्तारूढ़ भाजपा इलाके की नब्ज टटोल रही है, वहीं भगवा कैंप में टिकट की दावेदारी भी जोरशोर से शुरू हो चुकी है। यह बात अलग है कि मौजूदा वक्त में मौर्य चेहरा बहोरन लाल मौर्या विधायक की कुर्सी पर काबिज हैं मगर भोजीपुरा का चुनावी इतिहास बताता है कि इस क्षेत्र में ज्यादा वक्त कुर्मी नेताओं का पद और प्रभाव अधिक रहा है।
भानु प्रताप सिंह, हरीश गंगवार, नरेन्द्र पाल सिंह, कुंवर सुभाष पटेल, वीरेन्द्र गंगवर कुछ ऐसे नाम हैं जो अलग-अलग पार्टी से उभरकर भोजीपुरा की राजनीति में चमकते रहे हैं और क्षेत्रीय स्तर पर जीत के बाद जिला व राज्य स्तर तक अपनी चमक बिखेरते रहे हैं। भोजीपुरा के नए-पुराने राजनैतिक व जातीय समीकरणों को आधार बनाकर मौजूदा ब्लॉक प्रमुख योगेश पटेल यहां से टिकट मांग रहे हैं। दूसरे नेताओं की तरह वह सिर्फ टिकट ही नहीं मांग रहे, बल्कि उसी तरह से क्षेत्र में काम भी करते नजर आ रहे हैं।
योगेश पटेल ने हाल के दिनों में भोजीपुरा, पीपलसाना चौधरी, पडरी बिहारीपुर, चौपारा सुमाली, कमुआ मकरूका, खितौना, घंघौरा, पिपरिया, जमुनिया जागीर, कुआंटांडा, मुडिया हाफिज समेत दर्जनों गांव का दौरा और वहां के लोगों से मेल-मुलाकात कर भाजपा की नीतियों का प्रसार किया है। इतना ही नहीं, ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी पर रहते वह लगातार क्षेत्र के लोगों की समस्याएं जानकर उनके निराकरण की कोशिश में भी लगे नजर आए हैं। यही वजह है कि विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा में योगेश पटेल भोजीपुरा और बरेली से लखनऊ तक भगवा कैंप के बड़े नेताओं का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं।
खबरची ब्यूरो