बरेली। लिखा-पढ़ी में पंचायत चुनाव की असली रणभेरी तब गूंजती नजर आती है, जब उम्मीदवारों के हाथ में उनके सिंबल पहुंच जाते हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की प्रकिया के क्रम मेेंें बरेली प्रशासन ने चुनाव चिन्ह बांटने का काम पूरा कर लिया है। जिला पंचायत के रण में किस्मत आजमा रहे प्रत्याशियों को गमला, कप प्लेट, चश्मा, कुल्हाड़ी, कैंची, आरी, कलम दवात और केतली जैसे चिन्ह आबंटित हुए हैं। वहीं, प्रधानी चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को कार, कैरम, किताब जैसे सिंबल प्रदान किए गए हैं।
जिला पंचायत वार्ड-57 बिथरी से भाजपा उम्मीदवार रश्मि पटेल को चुनाव चिन्ह के रूप में गमला मिला है। रश्मि दिग्गज भाजपा नेता पूर्व मेयर व पूर्व विधायक कुंवर सुभाष पटेल की पुत्रबधू हैं। चुनाव चिन्ह हाथ लगते ही भाजपाई टीम के साथ पटेल परिवार, उनके समर्थक व मित्र प्रचार की जंग में कूद पड़े हैं। प्रचार के रथ पर अपनी भाभी रश्मि पटेल के सारथी बने नजर आ रहे हैं उनके देवर वरिष्ठ भाजपा नेता प्रशांत पटेल, जो पहले ही क्षेत्र में पार्टी और परिवार की पूरी टीम को लेकर दिन-रात एक किए हैं। खुद रश्मि पटेल भी पूरी महिला बिग्रेड के साथ चुनावी रण में गांव-गांव वोट मांग रही हैं। रश्मि पटेल को भाजपा में जिला पंचायत अध्यक्ष पद का सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है और पार्टी के अंदर उनके नाम को लेकर पहले से ही चर्चाएं हो रही हैं।
जिला पंचायत वार्ड-60 बिथरी से सपा प्रत्याशी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नीरू पटेल के हिस्से में कप प्लेट चुनाव चिन्ह आया है। नीरू पटेल पूर्व विधायक स्व. वीरेन्द्र सिंंह के भाई महेन्द्र पाल सिंंह की पत्नी हैं और सपा में वह जिला पंचायत अध्यक्ष की प्रमुख दावेदार हैं। पंचायत चुनाव के ऐलान के साथ ही पूरा परिवार नीरू पटेल के प्रचार में जुटा था। प्रचार और जनसंपर्क की कमान नीरू पटेल के देवर पूर्व ब्लाक प्रमुख एवं वरिष्ठ सपा नेता देवेन्द्र सिंंह पूरे परिवार व पार्टी के साथ मिलकर संभाल रहे हैं। खुद नीरू भी महिला टीमों के साथ प्रचार में उतर चुकी हैं।
जिला पंचायत वार्ड-48 से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार शिल्पी देवी को चश्मा चुनाव चिन्ह आबंटित हुआ है। शिल्पी पूर्व सपा जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव के छोटे भाई सुधीर यादव की पत्नी हैं। पिछले चुनाव में शिल्पी की सास महेश्वरी देवी जिला पंचायत का चुनाव जीती थीं। इस बार उनकी जगह बहु शिल्पी देवी मैदान में हैं। प्रचार रथ की बागडोर शिल्पी के जेठ शुभलेश यादव ने अपनी टीम के साथ संभाल रखी है। सिंबल मिलने के बाद टीम शुभलेश ने नई रणनीति के साथ जनसंपर्क शुरू कर दिया है। शिल्पी देवी भी जिला पंचायत अध्यक्ष की दौड़ में शामिल बताई जा रही हैं।
जिला पंचायत वार्ड-56 बिथरी से बहुजन समाज पार्टी के समर्थन से चुनावी रण में उतरीं पुष्पा कनौजिया को चुनाव चिन्ह के रूप में कुल्हाड़ी मिली है। युवा नेता विनोद कनौजिया की पत्नी पुष्पा कनौजिया बसपा में जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रमुख के रूप में सामने आ रही है। चुनावी प्रचार की मुहिम में बसपा बिग्रेड के साथ विनोद कनौजिया और पुष्पा कनौजिया पहले से ही दिन-रात दौड़ लगा रहे थे। अब सिंंबल मिलने के बाद उन्होंने जनसंपर्क और तेज कर दिया है।
जिला पंचायत वार्ड-41 से प्रत्याशी निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य कंचन यादव को चुनाव चिन्ह कलम दवात मिला है। कंचन यादव रुहेलखंड के दिग्गज समाजवादी नेता पूर्व राज्यसभा सदस्य एवं यूपी प्रसपा के मुख्य महासचिव वीरपाल सिंंह यादव के बेटे डॉ. देवेन्द्र सिंंह यादव की पत्नी हैं। पिछले चुनाव में कंचन ने रिकार्ड वोटों से जीत हासिल की थी। इस बार फिर उनके प्रचार की कमान खुद वीरपाल सिंंह अपनी पूरी टीम के साथ संभाल रहे हैं। सिंबल मिलते ही कंचन का प्रचार अब और जोर पकड़ गया है।
पूूूरे दमखम से वार्ड-52 के चुनावी रण में उतरीं डॉ. हिमांशी यादव को चुनाव चिन्ह के रूप में कैंची मिली है। डॉ. हिमांशी बदायूं की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चेतना यादव के परिवार के देवेन्द्र प्रताप यादव की पत्नी हैं। राजनैतिक घरानों की कश्मकश के चलते समाजवादी पार्टी इस वार्ड में अपना प्रत्याशी ही घोषित नहीं कर सकी। डॉ. हिमांशी का मुकाबला पूर्व विधायक महीपाल यादव की पुत्रबधू गौरी यादव से है। पिछले चुनाव में गौरी यादव के पति अमितराज को बिथरी इलाके के प्रमुख नेता नरेन्द्र मुखर्जी के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा था। अबकी बार मुखर्जी खुद चुनाव लड़ने की जगह अपनी पूरी टीम के साथ डॉ. हिमांशी यादव के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। सिंबल मिलते ही पूरी टीम नए जोश के साथ मैदान में उतर पड़ी है।
जिला पंचायत वार्ड-8 नवाबगंज से समाजवादी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ रहीं ऊषा देवी को चुनाव चिन्ह आरी हासिल हुई है। ऊषा देवी यूपी सरकार में दो बार मंत्री एवं नवाबगंज से 5 बार विधायक रहे कद़दावर सपा नेता भगवत सरन गंगवार के छोटे भाई सेमीखेड़ा चीनी मिल के निदेशक तेजपाल गंगवार की पत्नी हैं। ऊषा के प्रचार में भगवत और तेजपाल की पूरी टीम के साथ सपा बिग्रेड जुटी नजर आ रही है। सभी ने सिंबल मिलते ही प्रचार को और गति दे दे दी है।
जिला पंचायत वार्ड-24 भोजीपुरा से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी प्रीती यादव कलम दवात चुुुुुनाव के साथ सियासत में नई इबारत लिखती दिखाई देंगी। प्रीती यादव सपा के जिला महासचिव सत्येन्द्र यादव की पत्नी हैं। परिवार की राजनैतिक विरासत को आगे बढाने के लिए वह पूरी ताकत से जिला पंचायत चुनाव लड़ रही हैं। टीम सपा के साथ सत्येन्द्र यादव सिंबल मिलते ही नए अंदाज में प्रचार की मुहिम शुरू कर चुके हैं।
जिला पंचायत वार्ड-2 भदपुर से सपा उम्मीदवार विनीता गंगवार को चुनाव सिंबल के रूप में कैंची मिली है। विनीता गंगवार पूर्व जिला पंचायत सदस्य अरविंंद गंगवार डब्लू की पत्नी हैं। परिवार पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार का बेहद करीबी माना जाता है। टीम भगवत के साथ अरविंंद डब्लू प्रचार की जंग में कूद पड़े हैं और दिन रात एक करते दिखाई दे रहे हैं।
जिला पंचायत वार्ड-5 नवाबगंज से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार खतीब अंसारी को केतली चुनाव चिन्ह मिला है। सामाजिक और राजनैतिक कार्यों में हमेशा आगे रहने वाले खतीब अंसारी सपा की पूरी टीम के साथ पहले से ही क्षेत्र में जनसंपर्क ही मुहिम चला रहे थे। चुनाव चिन्ह मिलते ही वह अपनी और समाजवादी पार्टी की टीम के साथ प्रचार की जंग में पूरी ताकत से उतर गए हैं।
जिला पंचायत वार्ड 6 से सपा उम्मीदवार भागवती गंगवार को चुनाव चिन्ह कुल्हाड़ी मिला है। भागवत इलाके के प्रमुख समाजसेवी छेदालाल दिवाकर की पत्नी हैं। चुनाव को लेकर पहले से ही लगातार जनसंपर्क कर रहे दिवाकर परिवार ने सिंबल मिलने के बाद प्रचार में और ज्यादा ताकत लगा दी है। पहले चरण के चुनाव में प्रचार की अवधि सिर्फ एक सप्ताह ही मिलेगी, इसलिए प्रत्याशी मतदाताओं से जनसंपर्क और बैठकें करने में बिल्कुल भी देरी नहीं कर रहे हैं। अगले कुछ दिन में प्रचार की जंग चरम पर नजर आएगी।
खबरची/ अनुरोध भारद्वाज