बरेली। पंचायती पत्ते खुलने के साथ जिले में अब किंग और किंगमेकर बनने के दांव-पेंच शुरू हो गए हैं। वोटों का पिटारा खुलने से पहले जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर को चैन से बैठी सत्तारूढ़ भाजपा टेंशन में आ गई है। दूसरी ओर, मतपेटिकाओं से निकली शानदार जीत ने समाजवादी पार्टी की बांछें खिला दी हैं। अकेली अखिलेश की पार्टी ने 60 सदस्यों वाले सदन में 27 सीटें जीतकर धमाल मचा दिया है। बसपा ने भी अपने 6 उम्मीदवार जिताकर चुुुुुुनावी उपस्थिति दर्ज कराई है। बरेली में एक केन्द्रीय मंत्री-दो सांसद और 9 विधायकों की ताकत होने के बाद भी भाजपा महज 12 वार्डों में ही सिमटकर रह गई है। भाजपा के बराबर यानी 12 निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जिला पंचायत चुनाव में जीत की पताका फहराकर अपनी ताकत बखूबी दिखाई है। कांग्रेस के लिए दिन में तारे नजर आने वाली बात ये है कि बरेली में उसका डिब्बा फिर से गोल हो गया है। अरविंंद केजरीवाल की पार्टी आप, शिवपाल की पार्टी प्रसपा व ओवेसी की एआईएमआईएम ने भी 1-1-1 सीट जीती हैं।
जिला पंचायत चुनाव को जीत-हार के गणित के लिहाज से देखें तो इस रण के सबसे बड़े हीरो समाजवादी पार्टी सरकार में दो बार मंत्री एवं नवाबगंज से 5 बार विधायक रहे भगवत सरन गंगवार बनकर उभरे हैं। भगवत ने अपने नवाबगंज क्षेत्र की 8 में 6 सीटों पर अपने प्रत्याशी जिताकर पूरे जिले में सियासी सनसनी पैदा कर दी है। इसमें भी सबसे खास बात ये है कि जिला पंचायत वार्ड-1 से भगवत की मंशा के विपरीत सपा ने मनोहर गंगवार को समर्थन दिया था। इससे नाराज भगवत ने प्रमेन्द्र गंगवार को मैदान में उतार दिया था। चौंका देने वाली बात ये है कि भगवत समर्थित प्रमेन्द्र गंगवार ने न सिर्फ सपा उम्मीदवार मनोहर को पटखनी दी, बल्कि 10300 वोटों से जीत कर बरेली में सबसे बड़ी और मंडल में दूसरी बड़ी विजय का रिकार्ड अपने नाम कर दिखाया है।
वार्ड-60 बिथरी से पूर्व विधायक स्व. वीरेन्द्र सिंंह के परिवार की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नीरू पटेल ने 6 हजार और पूर्व सपा जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव की अनुज बधू शिल्पी यादव ने वार्ड-48 फरीदपुर/क्यारा से करीब 4300 वोटों से बड़ी विजय हासिल की है। वार्ड-57 से पूर्व मेयर कुंवर सुभाष पटेल की पुत्रबधू रश्मि पटेल विजेेेता बनी हैं, जो भाजपा से जिला पंचायत अध्यक्ष की टिकट की प्रबल की दावेदार हैं। नवाबगंज क्षेत्र के वार्ड-1 से भगवत समर्थित प्रमेन्द्र गंगवार, वार्ड-2 से भगवत के करीबी सपा की पूर्व जिला पंचायत सदस्य अरविंंद गंगवार की पत्नी विनीता गंगवार, वार्ड-3 से निर्दलीय सुनीता देवी, वार्ड-5 से सपा की नीलम गंगवार, वार्ड-5 से सपा के खतीब अंसारी, वार्ड-6 से सपा की भागवती दिवाकर, वार्ड-7 से बसपा के हाजी मुन्ने अंसारी, वार्ड-8 से भगवत के छोटे भाई तेजपाल गंगवार की पत्नी ऊषा गंगवार विजयी हुए हैं।
वार्ड-9 से बसपा के राजेन्द्र गंगवार, वार्ड-10 से निर्दलीय बुलाकीराम मौर्या, वार्ड-11 से भाजपा के गजेन्द्र सिंह, वार्ड-12 से निर्दलीय राकेेेेश गंगवार, वार्ड-13 सेे सपा के ब्रह़मस्वरूप सागर, वार्ड-14 से निर्दलीय संतोष भारती, वार्ड-15 से भाजपा की आकांंक्षा वर्मा, वार्ड-16 से आम आदमी पार्टी के नवाब राशिद खां, वार्ड-17 से पूूूूर्व विधायक सुल्तान बेग के भांजे सपा उम्मीदवार शाहनवाज खां, वार्ड-18 से सपा के मुस्लिम, वार्ड-19 सेे बसपा के शकील अहमद, वार्ड-20 से भाजपा की एकता गंगवार, वार्ड-21 से भाजपा की रेखा रानी पत्नी योगेश पटेल, वार्ड-22 से भाजपा की पार्वती देवी, वार्ड-23 सेे निर्दलीय नरेन्द्र् गंगवार, वार्ड-24 सेे निर्दलीय मुस्तरी बेगम, वार्ड-25 सेे निर्दलीय पीएल शर्मा, वार्ड- 26 से भाजपा की ममता शर्मा, वार्ड-27 से निर्दलीय नौनीराम, वार्ड-28 से भाजपा की तेजेेेेेेस्वरी सिंह, वार्ड-29 से सपा के राम बहादुर, वार्ड-30 से निरंजन यदुवंशी विजयी घोषित हुए हैं।
इसी तरह वार्ड-31 सेे निर्दलीय कृृृृृष्णपाल वार्ड-32 से भाजपा की शोभा गुप्ता, वार्ड-33 से सपा की अर्चना यादव, वार्ड-34 से सपा के छोटेलाल दिवाकर, वार्ड-35 से बसपा केे शमशाद, वार्ड-36 से सपा के राजवीर यादव, वार्ड-37 से सपा के चमन सिंह यादव, वार्ड-38 से सपा के इंद्रपाल सागर, वार्ड-39 से सपा के जान मोहम्मद, वार्ड-40 से सपा की प्राची सिंह, वार्ड-41 से प्रसपा महासचिव एवं पूर्व सांसद वीरपाल सिंंह यादव की पुत्रबधू की कंंचन यादव, वार्ड-42 से सपा के सत्येन्द्र श्रीवास्तव, वार्ड-43 से सपा की प्रियंका यादव, वार्ड-44 से निर्दलीय राजेन्द्र मौर्या, वार्ड-45 से भाजपा के सुनील कश्यप, वार्ड-46 से सपा के राजवीर यादव, वार्ड-47 से जीत की हैट्रिक के साथ बसपा के राजेन्द्र पटेल, वार्ड-48 से पूर्व सपा जिलाध्यक्ष शुभलेेेेश यादव के भाई सुुुुुुधीर यादव की पत्नी शिल्पी यादव, वार्ड-49 से भाजपा की अभिलाषा शर्मा, वार्ड-50 से सपा केे पूूूर्व विधायक स्व. डा. सियाराम सागर की पुत्रबधू सीतू सागर, वार्ड-51 से सपा की सीमा यादव, वार्ड-52 सेे सपा केे पूर्व विधायक महीपाल सिंंह यादव की पुत्रबधूू गौरी यादव व वार्ड-53 से उनकी पत्नी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सरोज यादव, वार्ड-54 से नि्र्र्दलीय दीपक कुमार, वार्ड-55 से सपा केे शबाब रजा, वार्ड-56 से भाजपा की किरन पटेल, वार्ड-57 से भाजपा के पूर्व मेयर कुंवर सुभाष पटेल के ज्येष्ठ पुत्र सीमांत पटेल गोपाल की पत्नी रश्मि पटेल, वार्ड-58 से बसपा के अब्दुल कादिर, वार्ड-59 से एआईएमआईएम केे मुस्लिम और वार्ड-60 बिथरी से पूर्व विधायक स्व. वीरेन्द्र सिंंह के भाई महेन्द्र सिंंह की पत्नी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नीरू पटेल ने जीत दर्ज की है।
कौन बनेगा अध्यक्ष : सपा में कई दावेदार, भाजपा में रश्मि पटेल का ज्यादा प्रचार
जिला पंचायत सदस्यों की जीत-हार का खुलासा होने के बाद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी सपा में अध्यक्ष की कुर्सी के दावेदारों को लेकर चर्चाएं और जोड़तोड़ शुरू हो गई है। क्योंकि सबसे ज्यादा जिला पंचायत सदस्य पूर्व मंत्री भगवत सरन कैंप से जीतकर सामने आए हैं, इसलिए सियासी हलकों में सबसे पहले निगाहें उनकी ओर जा रही हैं। सूत्रों का कहना है कि वार्ड-2 से जीतीं विनीता गंगवार, वार्ड-4 से जीतीं नीलम गंगवार और वार्ड-8 से जीतीं भगवत की अनुज बधू ऊषा गंगवार जिला पंचायत अध्यक्ष के दावेदारों के रूप में सामनेे आ रहे हैं। इसके अलावा वार्ड-60 से बड़े अंतर के साथ जीत दर्ज करने वालीं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नीरू पटेल को भी अध्यक्ष की टिकट का दावेदार माना जा रहा है। इतना ही नहीं, सपा में वार्ड-52 से विजयी हुईं पूर्व विधायक महीपाल सिंंह यादव की पुत्रबधू गौरी यादव व वार्ड-53 से जीतीं पत्नी सरोज यादव भी दावेदार बताई जा रही हैं। दावेदारों में एक प्रमुख नाम शिल्पी यादव का भी बताया जा रहा है, जिन्होंने वार्ड-48 से जीत दर्ज की है और वह पूर्व सपा जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव की अनुज बधू हैं। जहां तक भाजपा का सवाल है, तो सत्तारूढ़ भगवा कैंप में पहले से दिन से अध्यक्ष की कुर्सी की दावेदार पूर्व मेयर कुंवर सुभाष पटेल की पुत्रबधू व बदायूं के पूर्व विधायक रामसेवक पटेल की पुत्री रश्मि पटेल को माना जा रहा है। रश्मि वार्ड-57 से जीतकर आई हैं। वैसे पार्टी में दावेदार के रूप में अब एक दूसरा नाम रेखा रानी का भी चर्चा में शुमार किया जा रहा है, जो योगेश पटेल की पत्नी हैं और वार्ड-21 से विजयी हुई हैं। बसपा में इस तरह से दावेदारी को लेकर कोई खास चर्चा नहीं है। अंंदर की खबर ये है कि निर्दलीयों को अपने-अपने पाले में खींचने के लिए अभी से सपा और भाजपा में ‘डिनर डिप्लोमेसी’ के दौर शुरू होते नजर आ रहे हैं।
खबरची/ अनुरोध भारद्वाज