बरेली। ये नेताजी जब बहनजी की बसपा में थे समाजवादियों के खिलाफ बहुत आग उगलते थे। अब हाथी छोड़ साइकिल पर सवार हो लिए हैं तो भी उनकी जुबान साथ नहीं दे रही। बातें करते-करते इतना बहक रहे हैं कि सपा में होकर भी सपा के सफाए की बात कह रहे हैं। हम बात कर रहे हैं कि यूपी में बरेली की फरीदपुर सीट से बसपा के विधायक रहे विजयपाल सिंह जो हाथी वाली पार्टी को कमजोर देखकर अब सपा में कूद पड़े हैं और समाजवादी कैंप से अपने लिए भी टिकट मांग रहे हैं। एक ओर जहां दूसरे समाजवादी दावेदार चुनावी ऐलान के साथ अपने-अपने चुनाव क्षेत्र में चुनावी काम करते दिखाई दे रहे हैं और एक ये हैं जो टिकट की जुगत भिड़ाने को लखनऊ में डेरा जमाए हैं।
यूपी में विधानसभा चुनाव की जमीनी कहानी जैसी भी हो मगर समाजवादी पार्टी में इस वक्त भाजपा से भी ज्यादा चुनावी दावेदार दिखाई दे रहे हैं। बरेली में फरीदपुर और कैंट दो ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां दावेदारों की सबसे ज्यादा भारी-भरकम फौज मैदान में खड़ी है। बरेली जिले में 9 विधानसभा क्षेत्र हैं और मौजूदा वक्त में सभी पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। इनमें फरीदपुर सुरक्षित विधानसभा सीट भी शामिल है।
विजयपाल सिंह इसी फरीदपुर सुरक्षित सीट से 2007 में बसपा की टिकट पर एमएलए का चुनाव जीत चुके हैं। मिजाज से अक्खड़ और जुबान से बहुत तीखे माने जाते हैं। इसी चक्कर में इनके खिलाफ मुकद्दमे भी दर्ज होते रहे हैं। कुछ माह पहले विजयपाल जिले में बसपा के खाने-खराब जैसी हालत देखकर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। सपा कैंप से खबर है कि दावेदारों की सबसे बड़ी भीड़ में खड़े होकर विजयपाल अपने लिए समाजवादी टिकट मांग रहे हैं।
टिकट की जुगत में विजयपाल लखनऊ की दौड़ तो कई महीने से लगा रहे हैं मगर अब चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ उन्होंने लखनऊ में डेरा ही जमा लिया है। लखनऊ में सपा दफ्तर के आसपास टिकटार्थियों की लाइन में खड़े विजयपाल का मीडिया ने यूं ही इंटरव्यू लिया तो वह इधर-उधर की राजनैतिक बातें करते-करते ये भी भूल बैठे कि वह अब वह बसपा में नहीं बल्कि सपा में हैं। विजयपाल की जुबान इतनी फिसली कि वह ये तक कह बैठे कि अबकी बार यूपी में सपा का सफाया तय हैं। हालांकि इंटरव्यू लेने वाले रिपोर्टर ने विजयपाल को उनकी गलती का एहसास कराया तो उनकी स्थिति देखने लायक हो गई। यहां बता दें कि अकेले विजयपाल नहीं, टिकट की जुगत में रुहेलखंड के तमाम सपा नेताओं ने लखनऊ में डेरा जमा रखा है। सपा सूत्रों से मिली रही सूचनाओं को पर यकीन करें तो समाजवादी पार्टी उम्मीदवारों की पहली अगले 24 या 48 घंटों में तय कर सकती है। सपा की सूची को लेकर सभी जिलों में समाजवादियों की धड़कनें तेज दिखाई दे रही हैं।
खबरची ब्यूरो