बरेली। सियासी सस्पेंस से भरपूर इस सियासी कहानी की शुरुआत हम उस फाेटो से करते हैं, जिसमें समाजवादी पार्टी बरेली के पूर्व जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव अजितेश नामक युवक के साथ नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस तस्वीर में शुभलेश-अजितेश बेहद दोस्ताना अंदाज में हंसते-मुस्कराते सपा प्रमुख अखिलेश यादव के कार्यालय/आवास के बाहर कैमरे में कैद हुए हैं। अजितेश कौन हैं, ये भी बता देते हैं। दलित परिवार का यह नौजवान साक्षी से प्रेम विवाह के बाद से बहुत सुर्खियों में है। सड़कों पर खुलेआम गुंडई-मारपीट के मामले में यह शख्स हाल ही में जेल से जमानत पर छूटा है। अजितेश की चर्चा अब इसलिए ज्यादा हो रही है, क्योंकि एक तरफ वह समाजवादी पार्टी के लखनऊ कार्यालय के बाहर पूर्व जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव के साथ नजर आ रहे हैं, दूसरी ओर उनकी पत्नी साक्षी बरेली में मीडिया से मुखातिब होकर सपा से जुड़ने के लिए पार्टी मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात का समय मांगे जाने की बात कह रही हैं।
अजितेश से शादी के बाद जगी राजतनैतिक महत्वाकांक्षा
अजितेश से शादी से पहले साक्षी राजनैतिक हलकों के लिए अनाम चेहरा रही हैं। साक्षी कभी किसी राजनैतिक मंच पर नजर नहीं आईं। करीब एक साल पहले अचानक लव मैरिज के बाद साक्षी सुर्खियों में आ गईं थीं। विजातिय युवक से शादी को लेकर उस वक्त विवाद का कुहासा उठा था मगर बाद में उस पर विराम लग गया। था। शादी पर कानूनी मुहर लगवाने के बाद साक्षी और अजितेश चैन से अपनी जिंंदगी जी रही हैं।
कहानी मेंं अब अचानक राजनैतिक तड़का लगा है। साक्षी ने मीडिया के सामने ऐलान किया है कि वह समाजवादी पार्टी से जुड़कर राजनीति करना चाहती हैं और पार्टी में एंट्री पाने के लिए उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से समय मांगा है। यह बात अलग है कि सपा हाईकमान ने न तो उन्हें मिलने का समय दिया है और न साक्षी को पार्टी में शामिल करने के लिए किसी तरह का संकेत-संदेश भिजवाया है। मगर साक्षी के बयान से बरेली के राजनैतिक हलकों में कई तरह की चर्चाएं जरूर शुरू हो गई हैं। उनके सपा से जुड़ाव की इच्छा सामने आने के बाद इस कहानी में नया मोड़ उस वक्त आया, जब सोशल मीडिया पर अचानक समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव का एक फोटो वायरल हो रहा है। फोटो में शुभलेश और साक्षी के पति अजितेश लखनऊ में सपा कार्यालय के बाहर बेहद दोस्ताना अंदाज में मुलाकात करते नजर आ रहे हैं। फोटो कब खिंंचा और शुभलेश-अजितेश के लखनऊ में इस मेल-मिलाप के मायने क्या हैं, यह तो नहीं पता मगर फोटो की वजह पहले ही कई खेमों में बंटी बरेली समाजवादी पार्टी में उथल-पुथल मच गई है। पार्टी का जिला संगठन तो साक्षी के सपा में शामिल होनेे की इच्छा और पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात का समय मांगने से खुद को अंजान बता रहा हे मगर पूर्व जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव और अजितेश के फोटो को लेकर जितने मुंह उतनी बातें कहीं जा रही हैं। कहा येे भी जा रहा है कि यूपी में ब्राह्मणोंं की लगातार हो रहीं हत्याओंं से एक तरफ जहां भाजपा असहज है, वहीं सपा-बसपा और कांग्रेस सभी ब्राह्मण समाज मेंं खराब कानूनू व्यवस्था की बात कहकर ब्राह्मण समाज पर डोरे डाल रही हैं। ऐसे में सपा बरेली में साक्षी को अपनेे पाले में एंट्री देने की भूल नहीं करेगी, जिसके शादी के फैसले को लेकर उस समय ब्राह्मण समाज से विरोध के सुर तेजी से फूटते दिखेे थे।
साक्षी-अजितेश के सियासी फसाने, एक तीर और दो निशाने
साक्षी ब्राह्मण परिवार में जन्मी हैं। जाति के बंधन तोड़कर उन्होंने दलित परिवार के अजितेश से शादी की है। जिले की राजनीति केे जानकार कहते हैं कि अब वह राजनीति में स्थापित होने की महत्वाकांक्षा पाल रही हैं, तो इसके पीछे दो कारण हो सकते हैं ! उनकी नजर दो समीकरणों पर हो सकती है। एक तो फरीदपुर सुरक्षित विधानसभा सीट, जहां से दलित होने की वजह से साक्षी के पति अजितेश चुनाव लड़ सकते हैं। दूसरा बरेली कैंट और शहर, जहां से सपा को विधानसभा चुनाव के लिए पहले से मजबूत ब्राह्मण चेहरों की लंबी लाइन है। कहीं न कहीं अजितेश और साक्षी बगैर राजनैतिक कद और बजूूूद के बाद भी सपा के समीकरण मेंं खुद को फिट करने की कोशिश कर रहे हैं ! यह बात अलग है कि सपा इस युवा दंपत्ति के प्रयासों को फिलहाल दूर-दूूर तक तबज्जो देती नहीं दिखाई दे रही है।
अजितेश का विवादों से पुराना नाता, जमानत पर जेल से बाहर
साक्षी के पति अजितेश का विवादों से पुराना नाता है। उनके कई विवाद पहले भी सामने आए हैं। कुछ माह पहले सपा नेता वैभव गंगवार के साथ अजितेश ने एक व्यापारी के साथ सड़क पर खुलेआम मारपीट की थी और धमकी थी। इसका फोटो-वीडियो भी वायरल हुआ था। इस मामले में अजितेश और वैभव के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। पुलिस ने दोनों को मौके से अरेस्ट कर जेल भेजा था। अजितेश उस मामले में कुछ ही समय पहले जेल से जमानत पर छूटकर बाहर आए हैं।
शुुुुुुुुुुुुुभलेश ने कहा, मेरी दाड़ी महीनों पुरानी और फोटो उससेे भी बहुत पुराना
बरेली समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव सोशल मीडिया पर अजितेश के साथ फोटो वायरल होने को लेकर बोले कि विरोधी बेवजह उनको बदनाम कर रहे हैं। खबरची टीम से फोन पर बातचीत करते हुए शुभलेश ने कहा कि वह कभी भी अजितेश को सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात कराने नहीं ले गए। जो फोटो वायरल किया जा रहा है, वह तो छह साल पुराना है। तब वह वह सपा अध्यक्ष के कार्यालय में गए थे तो वहीं अजितेश मिला था। मुलाकात हुई और किसी ने फोटो खींच लिया। अजितेश और शादी तो एक साल पहले हुई है। फिर कई महीने से उनके चेहरे पर दाड़ी जबकि अजितेश के साथ वायरल हो रहे फोटो में वह क्लीनशेव हैं। दरअसल, अजितेश को सपा अध्यक्ष सेे मिलवानेे ले जाने की अफवाह विरोधी फैला रहेे हैं। मगर इस बात में कोई सच्चाई नहीं है। यह कहते हुए शुभलेश वीडियो कॉल पर अपनी दाड़ी भी दिखाते हैं। साथ ही अपने बर्थडे पर ही हाल में खींचा गया दाड़ी वाले चेहरे का अपना फोटो भी टीम खबरची को भेजते हैं।
खबरची/ अनुरोध