लखनऊ। हाथरस कांड में सरकार की किरकिरी होने से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस अफसरों से खासे नाराज बताए जा रहे हैं। हाथरस के एसपी समेत कई अधिकारी तो पहले ही हटाए जा चुके हैं मगर अब डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी निशाने पर हैं। कहा जा रहा है कि योगी सरकार अब डीजीपी को हटा सकती है। नए डीजीपी को लेकर वरिष्ठ आईपीएस राजकुमार विश्वकर्मा, सुजानवीर सिंह और आरपी सिंह के नाम की चर्चा है।
सूत्रों के मुताबिक, अगले डीजीपी को लेकर जिन तीन अफसरों के नाम सामने आ रहे हैं, उनमें सुजानवीर सिंह 1986 बैच के आईपीएस हैं। आरपी सिंह 1987 और राजकुमार विश्वकर्मा 1988 बैच के आईपीएस हैं। इसमें गौर करने वाले बात ये है कि ये तीनों ही अधिकारी गोरखपुर के एसएसपी भी रह चुके हैं। यूपी के मौजूदा डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी 1985 बैच के आईपीएस हैं, जिन्हें योगी सरकार ने पहले कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक का प्रभार सौंपा था और बाद में उन्हें डीजीपी नियुक्त कर दिया था।
अवस्थी के कार्यकाल में कई बार ऐसे मौके आए हैं, जब खराब पुलिसिंग की वजह से सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई। हालांकि योगी सरकार जिलों में हुई ऐसी घटनाओं पर लगातार सख्त नजर आई। सीएम योगी ने कई कप्तान बदले। कुछ सस्पेंड भी किए मगर कहीं न कहीं इसे लेकर डीजीपी के मैनेजमेंट को लेकर सवाल भी सरकार को चुभते रहे। अब हाथरस कांड को लेकर जिस तरह पूरे देश की राजनीति में उफान आ गया है, उसे लेकर योगी सरकार असहज महसूस कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस कांड की जांच सीबीआई से कराने का फैसला लिया है। लखनऊ से फूट रहीं खबरों पर यकीन करें तो सरकार अब डीजीपी अवस्थी को बदलने के मूड में दिखाई दे रही है। कहा तो ये भी जा रहा है कि नए डीजीपी के लिए वरिष्ठ आईपीएस सुजानवीर सिंह, आरपी सिंह और राजकुमार विश्वकर्मा के नाम की चर्चा जोर-शोर से चल रही है। तीनों नाम के बीच नए डीजीपी का फैसला संघ लोक सेवा आयोग के जरिए भी कराया जा सकता है।
खबरची/ अनुज त्यागी