नई दिल्ली। मशहूर मसाला कंपनी एम मसाला द हट़टी ( एमडीएच ) के मालिक पद्मभूषण महाशय धर्मपाल गुलाटी का 98 साल की उम्र में निधन हो गया। गुरुवार तड़के दिल्ली के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। कोराना को मात देकर वह स्वस्थ्य हो गए थे मगर फिर तबियत खराब होने के बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
धर्मपाल गुलाटी विज्ञापन की दुनिया के सबसे उम्रदराज स्टार माने जाते थे और 98 साल की उम्र में अपनी कंपनी का प्रचार करते थे। बंटवारे के बाद पाकिस्तान से भारत आए थे और यहां परिवार चलाने को तांगा तक चलाना पड़ा था। महाशय धर्मपाल गुलाटी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से कुतुब रोड और करोल बाग से बारा हिंदू राव तक तांगा चलाते थे। ये समय ऐसा था, जब लाखों की संख्या में लोग पाकिस्तान से विस्थापित होकर भारत आए थे। मकान, सम्पत्ति, पैसा सब कुछ पाकिस्तान में ही छूट गया था। भारत आकर सबको नए सिरे से जिंदगी शुरू करनी थी। उनमें से एक महाशय धर्मपाल गुलाटी भी थे।
महाशय धर्मपाल ने कई मौकों पर मीडिया को बताया था कि बंटवारे के समय पाकिस्तान से भारत की तरफ लाशों भरी गाड़ियां आ जा रही थी। वह किसी तरह परिवार के साथ दिल्ली पहुंचे थे। पास में 1500 रुपये थे। चांदनी चौक में 650 रुपये का तांगा खरीद लिया। 1947 में दो महीने तक तांगा चलाया। पांचवी क्लास में टीचर ने डांट दिया था तो स्कूल छोड़ दिया। सबसे पहलेे कारपेंटर का काम किया। फिर पिताजी के साथ हार्डवेयर का काम करने लगेेे। एक बार चोट लगी तो काम छोड़ दिया। फिर घूम-घूम कर मेहंदी का काम किया। और फिर पिताजी के साथ मसाले का काम शुरू किया। बंटवारे में सबकुछ गंवाने के बाद भारत में मसाला कारोबार शुरू किया। मसाला द हट़टी यानी एमडीएच कंपनी बनाई, जिसका टर्न ओवर हजारों करोड़ में है और इसके विदेशों तक धूम है। एमडीएच के मालिक महाशय धर्मपाल को सरकार ने पद्मभूषण से नवाजा था। महाशय धर्मपाल के निधन पर केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई राजनेताओं ने गहरा शोक जताया है।
खबरची ब्यूरो