बरेली। 2022 विधानसभा चुनाव में बरेली शहर सीट पर एक ओर जहां सत्तारूढ़ भाजपा कैंप में चेहरा बदलने की चर्चाएं उठ रही है, वहीं दूसरी ओर मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी ने जोरशोर से बेहतर उम्मीदवार की तलाश शुरू कर दी है। बरेली जिले की यह ऐसी सीट है, जहां सपा को हर बार शिकस्त खाने को मिली है। समाजवादी पार्टी संगठन में महानगर सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे युवा नेता कलीमुद्दीन नेे यहांं से चुनावी ताल ठोंकी है। कोरोना लॉक डाउन के दौरान परेशान परिवारों की मदद में हर वक्त आगे नजर आए कलीमुद्दीन नेे विधानसभा चुनाव के लिए सपा से टिकट मांगा है। पार्टी प्रदेश कार्यालय में विधिवत आवेदन जमा करने के बाद वह पूरी ताकत से क्षेत्र में पूरी ताकत से जनसंपर्क करते भी नजर आ रहे हैं।
बरेली शहर सीट हमेशा से समाजवादी पार्टी कैंप के लिए मुश्किल रही है। आजादी के बाद देश में चुनावी राजनीति शुरू हुई तो बरेली शहर में लगातार कांग्रेस का परचम लहराता रहा। 1984 में भाजपा के डाॅ. दिनेश जौहरी ने इस सीट पर कब्जा जमाया तो उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 1993 की कल्याण सरकार में मंत्रिमंडल से विदाई के बाद भाजपा ने दिनेश जौहरी की जगह राजेश अग्रवाल को मैदान में उतारा तो उन्होंने भी यहां जीतकर भगवा झंडा बुलंद किया। इसके बाद राजेश अग्रवाल लगातार चार बार कैंट से विधायक निर्वाचित होकर सदन में पहुंचे और यूपी की राजनीति का बड़ा नाम बने।
2012 में नए परिसीमन के साथ बरेली शहर और कैंट की सीमाएं बदली गईं तो राजेश अग्रवाल कैंट छोड़ शहर सीट पर आ गए और पांचवीं बार विजय का स्वाद चखा। वहीं, बरेली शहर सीट पर भाजपा ने सपा छोड़कर आए डॉ. अरुण कुमार को मौका दिया तो उन्होंने सपा के अनिल शर्मा को पराजित कर सीट पर भाजपा का कब्जा बरकरार रखा। 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा ने कांग्रेस से गठबंधन के चलते यह सीट सपा के लिए छोड़ दी। भाजपा से मौजूदा विधायक डाॅ. अरुण कुमार और कांग्रेस-सपा गठबंधन से प्रेमप्रकाश अग्रवाल के बीच मुकाबला हुआ। इस बार भी जीत भाजपा के पाले में ही आई।
अब भाजपा और सपा में की तैयारी 2022 के चुनाव की है तो दोनों ही पार्टियां यहां अपनी-अपनी तरह से होमवर्क में जुटी है। भाजपा में बरेली शहर सीट पर बदलाव की आहट के बीच समाजवादी पार्टी भी नए चेहरे की जोरशोर से तलाश में है। पार्टी ने टिकट आवेदन की प्रकिया चालू कर रखी है और इसकी आखिरी तारीख 26 जनवरी है। सपा कैंप से नई खबर ये है कि पार्टी के महानगर संगठन में सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे युवा नेता कलीमुद्दीन ने बरेली शहर सीट से चुनावी दावा ठोंका है।
जमींदार घराने से ताल्लुक रखने वाले सपा नेता कलीमुद्दीन मूलरूप से नवाबगंज क्षेत्र के गांव टाह के रहने वाले हैं और डेढ़ दशक से भी अधिक समय से शहर के इज्जतनगर इलाके में निवास करते हुए राजनीति में सक्रिय है। परिवार की राजनैतिक पृष्ठभूमि पहले से है और बरेली शहर की सियासत में उभरता हुआ नाम हैं। केके अस्पताल रोड पर संचालित ओमेगा क्लासेस के डायरेक्टर भी हैं, जो नीट की तैयारी कराने वाला रुहेलखंड का प्रमुख संस्थान है।सपा अभी तक चुनावी इतिहास में बरेली शहर सीट पर कभी मुस्लिम प्रत्याशी नहीं उतार सकी है। क्षेत्र के समीकरण और सामाजिक सरोकार व्यवहार को सामने रखते हुए कलीमुद्दीन सपा में बरेली शहर से टिकट मांग रहे हैं। उन्होंने टिकट के लिए सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के साथ अपना आवेदन पार्टी प्रदेश कार्यालय में जमा कर दिया है।कैमिस्ट्री में पोस्टग्रेजुएट हैं और समाज सेवा में हमेशा आगे नजर आते हैं। कोरोना महामारी के बीच सरकार ने लॉक डाउन लगाया तो कलीमुद्दीन नेे शहर में ऐसे हजारों लोगों की हर संभव मदद की, जो खाने और इलाज के लिए संकट में नजर आ रहे थे। टीम खबरची से बातचीत में कलीमुद्दीन नेे कहा कि पार्टी नेे उनको 2022 के विधानसभा चुनाव में शहर सीट से मौका दिया तो वह बेहतर परिणाम सामने लाएंगे। फिलहाल वह पार्टी संगठन के कार्यों के साथ समाज की सेवा और जनसंपर्क में जुटे हैं।
खबरची/ अजय शर्मा