बरेली। नवाबगंज नगर पालिका की चेयरमैन शहला ताहिर और उनके शौहर डॉ. मोहम्मद ताहिर का रिश्ता टूटनेे के कगार तक जा पहुंचा है। शहला ने शौहर और उनकी तीसरी पत्नी गुलनाज पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाते हुए तलाक मांगा है। बेटी समन ताहिर पहले ही सौतेली मां गुलनाज और उनके भाइयों के खिलाफ पुलिस में लूट व जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज करा चुकी हैं। डॉ. ताहिर कोरोना संक्रमण का शिकार होने के बाद कई दिन से दिल्ली के अस्पताल में भर्ती इधर, शहला ने बरेली के परिवार न्यायालय में तलाक के लिए वाद दायर कर दिया है। इससे हाई प्रोफाइल राजनैतिक घराने में बनते-बिगड़ते रिश्तों की इस कहानी में नया मोड़ आ गया है।
इल्जाम-1 : लखनऊ जाने के बहाने बरेली में गुलनाज के साथ रुकते थे ताहिर
नवाबगंज पालिका चेयरमैन ने विवाह विच्छेद गुजारिश करते हुए कोर्ट में अवगत कराया है कि उनकी शादी नवाबगंज के मोहल्ला इस्लामनगर नई बस्ती निवासी डाॅॅ. मोहम्मद ताहिर पुत्र हाजी सूफी मोहम्मद इल्यास के साथ 7 सितंबर 1992 को मुस्लिम रीति रिवाज से सम्पन्न हुई थी। हमारे घरवालों ने शादी में लाखों का दान-दहेज दिया था। तीन संतान हैं। बड़ी बेटी समन ताहिर एमबीए कर चुकी हैं। उससे छोटा बेटा लखनऊ से एमबीबीएस कर रहा है, जबकि सबसे छोटा बेटा 10वीं का छात्र है। ताहिर ने कोर्ट को बताया है कि अभी वह नवाबगंज नगर पालिका की चेयरमैन हैं। शहला ने आरोप लगाया है कि उनके पति डॉ. ताहिर केे सम्बंध पिछले पांच साल गुलनाज नाम की महिला से थे। वह लखनऊ जाने के बहाने गुलनाज के साथ बरेली में रुकते थे और मुझे और मेरे बच्चों को किसी तरह की जानकारी नहीं देते थे।
इल्जाम-2 : पांच साल से डॉ. ताहिर ने न पति धर्म निभाया न पिता का फर्ज
बड़ा राजनैतिक रसूख रखने डॉ मोहम्मद ताहिर और शहला ताहिर रिश्ते में दरार देखी जा रही है, शहला ने शौहर से तलाक के लिए फैमिली कोर्ट बरेली में वाद दायर किया है। शहला ताहिर नेे कोर्ट को दी गई जानकारी में खुलासा किया है कि पति डॉ. ताहिर पांच साल से उनके साथ कोई सम्बंध नहीं रख रहे हैं। न पति धर्म निभा रहे हैं और न बच्चों के प्रति पिता का फर्ज। 2017 से वह फाइल एन्क्लेव में गुलनाज के साथ रह रहे हैं। डॉ. ताहिर तभी से हमें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं, जो कि कू्रता की पराकाष्ठा है। शहला ने यह भी खुलासा किया है कि जबसे गुलनाज से डॉ. ताहिर की शादी की जानकारी हुई तो वह पिछलेे दो साल से मेरे साथ मारपीट कर रहेे हैं और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। बच्चों के साथ भी कू्रता का व्यवहार कर रहे हैं। इसे लेकर कई बार पंचायत भी हुईंं है । उनसे कहा गया कि दूसरी शादी कर ली है तो उसका खुलासा करो। इस पर डॉ. ताहिर नेे कहा कि मुझेे वह तिल-तिलकर मारेंगे और खुद ऐसे ही ऐश की जिंंदगी जिएंगे। डॉ ताहिर का यह आचरण दुर्व्यवहार की श्रेणी में आता है और यह कू्रता की इंतहा है।
इल्जाम-3 : डॉ. ताहिर ने नरक बना दी शहला और उनके बच्चों की जिंंदगी
शहला ने डॉ. ताहिर पर और भी गंभीर आरोप लगाए हैं। शहला ने कोर्ट को दी जानकारी में कहा है कि डॉ. ताहिर गलत महिलाओं की संगत में रहते हैं। इसकी वजह से मेरे औरे बच्चों की जिंंदगी नरक बन गई है। डॉ. ताहिर की वजह से वह समाज में मुंह दिखानेे लायक नहीं बची हैं। मैं एक सम्मानित पद पर आसीन हूूं। इसके बाद बावजूद डॉ. ताहिर का कार्य, गुलनाज नामक महिला से उनकी शादी, उसके साथ फाइल एन्क्लेव में रहने से मेरी और बच्चों की मान मर्यादा धूमिल हो रही है। डॉ. ताहिर ने गुलनाज के शामिल में फाइक एन्क्लेव बरेली के अंदर 50 लाख से अधिक की कीमत का मकान खरीदा है। मेरा और बच्चों का परित्याग कर वह अलग मजे की जिंंदगी जी रहे हैं।
नहीं बचा कोई रास्ता तो टूटा शहला के धैर्य का बांध, डॉ. ताहिर से मांगा तलाक
शहला ने कहा है कि डॉ. ताहिर मुझसे और मेरे बच्चों से कई साल से कोई सम्बंंध नहीं रख रहे हैं। ऐसे में मेरे सामने डॉ. ताहिर से विवाह विघटन की डिग्री प्राप्त करने के अलावा अब कोई विकल्प नहीं बचा है। कोर्ट में यह उनका पहला प्रार्थना पत्र है। शहला ने मांग की है कि 7 सितंबर 1992 को उनके और डॉ ताहिर के बीच हुए विवाह को विच्छेद कर विवाह विघटन की डिग्री प्रदान की जाए। कोर्ट जो भी उचित समझे, उतना अनुतोष उन्हें दिलाया जाए। कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख 25 सितंबर 2020 तय की है। सबकी निगाहें अब आगे की सुनवाई पर टिकी हैं।
पहले गजाला से रिश्ता टूटा, अब शहला के साथ ताहिर की कहानी उसी मोड़ पर
शहला ताहिर से पहले डॉ. ताहिर का निकाह रामपुर की गजाला से हुआ। वह रिश्ता ज्यादा आगे नहीं बढ़ा। किसी बात को लेकर डॉ. ताहिर और गजाला का रिश्ता टूट गया। इसके बाद डॉ. ताहिर ने शाहाबाद, हरदोई की शहला ताहिर से 1992 में शादी की थी। तब से सब कुछ ठीक चल रहा था। डॉ. ताहिर और शहला नेे एक दूसरे का साथ निभाते हुए न सिर्फ खुशहाली की नई इबारत लिखी, बल्कि राजनीति में भी बड़ा नाम कमाया। नवाबगंज की शहरी राजनीति में शहला और डॉ. ताहिर ने 1995 के बाद से लगातार विरोधियों की शिकस्त दी। नवाबगंज की चेयरमैन रहते हुए शहला ताहिर पालिका चेयरमैन रहते हुए पिछला विधानसभा चुनाव आईएमसी की टिकट पर लड़ा था मगर हार गईं थीं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव से अलग होकर शिवपाल ने जब प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाई तो शहला ने बरेली लोकसभा सीट से भाजपा के दिग्गज चेहरे संतोष गंगवार और सपा के महारथी भगवत सरन गंगवार के खिलाफ प्रसपा से अपनी बेटी समन ताहिर को मैदान में उतारा था। यह बात अलग है कि समन की जमानत जब्त हो गई मगर पोलटिक्स में बेटी की एंट्री जरूर दर्ज हो गई थी। शहला ने पिछले पालिका चुनाव में भाजपा जिलाध्यक्ष रविन्द्र राठौर के भाई की बहू को सीधे मुकाबले में करारी शिकस्त देकर अपनी राजनैतिक ताकत का लोहा मनवाया था। डॉ. ताहिर हर मोर्चे पर शहला की ताकत बढ़ाते नजर आते थे। अचानक शहला और डॉ. ताहिर केे रिश्ते में ऐसी तल्खी पैदा हो गई कि तगड़ा राजनैतिक रसूख रखने वाले इस हाई प्रोफाइल परिवार की लड़ाई कोर्ट-कचहरी और पुलिस तक जा पहुंची है।
डॉ. ताहिर अस्पताल में भर्ती , लूट-जानलेवा हमले में फंसी गुलनाज भूमिगत
पिछले दिनों शहला ताहिर की बेटी समन ताहिर ने बरेली के बारादरी थाने में सौतेली गुलनाज और उनके भाइयों के खिलाफ लूट व जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसके बाद से गुलनाज और उनके आरोपी भाई भूमिगत चल रहे हैं। सबकी निगाहें डॉ. ताहिर टिकी थीं कि परिवार में विवाद को लेकर पुलिस और मीडिया के सामने स्थिति साफ करेंगे। मगर कुछ दिन पहले दिल्ली से खबर आई कि अचानक तबियत खराब होने के चलते डॉ. ताहिर राजधानी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जांच में वह कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। अब डॉ. ताहिर सेे तलाक के लिए शहला ताहिर ने जिस तरह कोर्ट की राह पकड़ी है, उससेे मामला एक नए मोड़ पर जा पहुंचा है। पारिवारिक रिश्तों में हो रहे उलटफेर को लेकर खबरची टीम ने शहला और ताहिर और डॉ. ताहिर सेे फोन पर बात करने की कोशिश की मगर संपर्क ही नहीं हो सका। देखना ये है कि शहला ताहिर और डॉ. ताहिर आगे अपनी बात कैसे रखते हैं ? खास बात ये है कि ताहिर खुद पर लगे आरोपों को लेकर अपना पक्ष किस तरह से सामने रखते हैं ?
ख़बरची/ अनुरोध भारद्वाज