नोएडा। प्रदर्शनकारी सफाईकर्मियों पर एक दिन पहले लाठीचार्ज का मामला तूल पकडा गया है। गुस्साए सफाईकर्मी सैक्टर-6 प्राधिकरण के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। विरोध प्रदर्शन के बीच भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर भी सफाईकर्मियों के समर्थन में धरना स्थल पर पहुंच गए हैं। विवाद बढ़ता ही जा रहा है।
ठेका व्यवस्था खत्म करने, वेतन बढ़ाने आदि की मांग को लेकर कर्मचारी कई दिन से हड़ताल पर थे। मांग न माने जाने की स्थिति में सफाई कर्मियों ने धर्म परिवर्तन किए जाने की धमकी भी दी थी। प्राधिकरण की शिकायत पर 13 लोगोंं के खिलाफ मुकदमा कर उन्हे निकालने का नोटिस जारी कर दिया गया था। गुरूवार को नौकरी से निकालने के नोटिस मिलने के बाद एक सफ़ाई कर्मचारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसको लेकर सफाई कर्मचारी काफी गुस्से में थे। प्रदर्शन के दौरान सफाई कर्मचारियों की पुलिस से हुज्जत हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मचारियों को खदेड़ दिया था। कर्मचारियों का कहना है कि नोएडा के लगभग 1360 सफ़ाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेेेेकर आंदोलन कर रहे हैं। किसी ने शांति भंग नहीं की। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को लाठियों के साथ लात-घूंसों से पीटा। यही हालत रहा तो सफाई कर्मचारी आत्महत्या को मजबूर होंगे। अनिल नाम के साथी ने इसी वजह से जान दे दी। सरकार फिर भी हमारी नहीं सुन रही।
वहीं, एडिशनल डीसीपी नोएडा रणविजय सिंह ने मीडिया को बताया कि कर्मचारी ने निजी कारणो से आत्महत्या की है। जहां तक आन्दोलन की बात है इनकी प्राधिकरण के अधिकारियों से साथ बैठक भी हुई। इनकी मुख्य मांगो को मान लिया गया है। लेकिन कुछ अपने निजी हितों की वजह से कर्मचारियों को भड़का रहे हैं। प्राधिकरण के अधिकारियों की तहरीर पर तेरह सफाई कर्मचारियोंं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। शुक्रवार को प्रदर्शनकारी हिंसा पर उतारू हो गए थे। पुलिस को इस वजह से बल प्रयोग करना पड़ा।
शनिवार को सैक्टर-6 प्राधिकरण पर धरना प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मचारियों ने ऐलान किया है कि जब तक उनकी सभी मांगे नहीं मानी जाएगी, तब उनका आंदोलन जारी रहेगा। सफाई कर्मचारियों पर गलत तरीके से मुकदमा लिखाने वाले और लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। धरने में पहुंचे भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने लाठीचार्ज को गलत बताते हुए आंदोलन कर रहे सफाई कर्मचारियों का साथ देने की बात कही है। प्रशासन हालत पर नजर रखे हैं। प्राधिकरण अधिकारी और सफाई कर्मचारियों के बीच बातचीत कराकर मामला निपटाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
खबरची ब्यूरो