बरेली। क्या ऐसा हो सकता है कि चार कदम पर दिन-रात पहरा दे रहे पुलिसकर्मी बेखबर रहें और उनकी आंखों के सामने किसी होटल या रेस्टोरेंट में खुलेआम हुक्का-बार चलता रहे। बरेली में कुछ ऐसा ही हो रहा है। नौजवान पीढ़ी की नसों में जहर खोलने का यह जानलेवा खेल पुलिस की दिखावटी पहरेदारी के बीच धड़ल्ले से चल रहा है। हास्यास्पद बात ये है कि अफसरों के पास तो हुक्का-बार चलने की सूचनाएं पहुंच रही हैं मगर काबिल थानेदार इसके बाद भी नींद के आगोश में नजर आ रहे हैं। नई कहानी संडे रात की है। बरेली हुक्का-बारों पर रेड हुई और फिर पकड़े गए सिर्फ कुछ वेटर-कुक। पुलिस की कृपा से हुक्का-बार चलवाने वाले मास्टर माइंड रेस्तरां मालिक न पहले कभी सलाखों के पीछे गए थे और शायद न आगे कभी जाएंगे!
एसएसपी आरएस सजवाण ने देर रात मीडिया को बताया कि प्रेमनगर इलाके में डीडीपुरम और आईसीआईसीआई बैंक के पास ग्रीन चिली और ब्लूबेरी रेस्टोरेंट में रेड कराई तो दोनों जगह हुक्का-बार चलते पाए गए। अवैध हुक्काबार संचालित किए जाने के मामले में मौके से 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है । इनमें गंगा प्रसाद पुत्र रूपराम निवासी हारूनगला थाना बारादरी (ब्लूबेरी रेस्टोरेंट मैनेजर), शकील पुत्र अब्दुल मजीद निवासी मोहल्ला मुंशी नगर थाना इज्जतनगर बरेली (वेटर), अमित भारती पुत्र राजपाल निवासी निकट जिला अस्पताल थाना कोतवाली, शानू भारती पुत्र दयाशंकर निवासी नई बस्ती माधोवाडी बाल्मीकि कालोनी (ग्रीन चिल्ली रेस्टोरेंट वेटर ) और सौरभ पुत्र महेश निवासी संजय नगर गोसाई गौटिया (कुक) शामिल हैं।
ग्रीन चिली, ब्लूबेरी रेस्तरां में पकड़े गए हुक्का-बार, वेटर अंदर मगर मालिक फरार
खास बात ये है कि दोनों ही रेस्टोरेंट पर छापे की कार्रवाई में इनका एक भी मालिक पुलिस की पकड़ में नहीं आया। पुलिस ने जिन लोगों पर शिकंजा कसा, उनमें ज्यादातर वेटर और कुक शामिल हैं। जिले में नए आए कप्तान शायद नहीं जानते होंगे कि इससे पहले ही प्रेमनगर इलाके में इस तरह कई बार हुक्का-बार पकड़े जा चुके हैं मगर नशे के इस गोरखधंधे के मास्टर माइंड रेस्तरां मालिक कभी नहीं पकड़े गए हैं। एसएसपी का कहना है कि हुक्का-बार पर छापे की कार्रवाई में पकड़े गए सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इंस्पेक्टर प्रेमनगर बोले, हुक्का-बार चलने की सूचना ऊपर के अफसरों ने दी
इंस्पेक्टर प्रेमनगर बलवीर सिंह ने बताया कि इलाके में अवैध हुक्का-बार चलने की सूचना उच्चाधिकारियों के जरिए मिली थी। इसके बाद छापे की कार्रवाई की और कुछ लोगों को पकड़ा गया है। सवाल ये उठता है कि थाना प्रेमनगर में अवैध हुक्का-बार चलने की सूचना सीनियर पुलिस अधिकारियों तक पहुंच रही है तो लंबे समय से इसी थाने में जमे इंस्पेक्टर बलवीर सिंह क्या कर रहे हैं। पूरा इलाका जानता है कि डीडीपुरम चौराहे से महज 200-200 मीटर की परिधि में हुक्का-बार चलते हैं। प्रेमनगर इलाके का यही सबसे संवेदनशील चेकिंग प्वाइंट है, जहां पुलिस हर वक्त संदिग्धों के चेकिंग करती नजर आती है। खुद इंस्पेक्टर प्रेमनगर भी कई-कई घंटे इसी चेकिंग प्वाइंट पर खड़े नजर आते हैं। इसके बाद भी पुलिस को नशे की लत पूरी करने को हुक्का-बारों में आते-जाते कम उम्र के लड़के-लड़कियां नजर नहीं आते। वैसे चर्चा तो ये भी है कि हुक्का बार और नशे का पूरा खेल रेस्तरां मालिक पुलिस की मिलीभगत से ही चलवाते हैं। लाखों की कमाई के बदले में थाने-चौकी में हजारों की सेवा करते रहते हैं। जब-तब पब्लिक की सूचनाओं पर आला अधिकारी हुक्का-बारों पर छापेमारी कराते हैं तो वही रेेेेेेेस्तरां मालिक अपने कुछ वेटर और कुक को पुलिस केे जरिए हवालात में पड़वाकर कार्रवाई का कोरम पूरा करा देते हैं। आज भी यही हुुुुआ है।
खबरची/ अमित नारायण शर्मा-अजय शर्मा