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बरेली में धान खरीद की आड़ में बड़ा फर्जीवाड़ा, क्रय केन्‍द्र खुले नहीं और कागजों में द‍िखा दी करोड़ों की खरीद, दर्ज हुई एफआईआर

बरेली। धान खरीद के नाम पर बरेली में फ‍िर बड़ा खेल उजागर हुआ है। नवाबगंज तहसील क्षेत्र में खरीद केन्‍द्र खोले नहीं गए और कागजों में ही 3 करोड़ की खरीद द‍िखा दी गई। जांच में फर्जीबाड़ा सामने आने के बाद शुभ कीर्ति प्रड्यूशर कंपनी के डायरेक्‍टर कांग्रेस नेता हरीश गंगवार और आदर्श एग्रो टेक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के सचिव जगदीश सरन गंगवार के ख‍िलाफ नवाबगंज थाने में र‍िपोर्ट करा दी गई है।

नवाबगंज मंडी केन्‍द्र पर भी धान खरीद नहीं होने से क‍िसान परेशान हैं, कई बार व‍िरोध प्रदर्शन के बाद भी अफसर इस ओर ध्‍यान नहीं दे रहे।

नबाबगंज तहसील के मधुनगला और किशनपुर गांव में बने धान क्रय केंद्रों के बारे में किसानों को जानकारी ही नही थी कि उनके गांव में सिर्फ कागजों में ही सेंटर चल रहे थे। फर्जी तरीके से 12 हजार कुंतल धान की खरीद दिखा दी गई। किसानो ने गांव से काफी दूर बने सेंटरों पर जाकर 11 सौ रुपये और 1000 रुपये प्रति कुंतल में अपना धान बेचा। कागजों में चल रहा एक सेंटर कांग्रेस नेता हरीश गंगवार के हैं जो सोशल मीड‍िया पर क‍िसानों के ह‍ित को लेकर बहुत मुखर नजर आते हैं मगर एपआईआर में उनका भी नाम शाम‍िल होने से कहानी कुछ और सामने आई है।

खरीद में फर्जीबाड़े के पीछे सरकारी तंत्र, राइस म‍िलें और एजेंसीज का गठबंधन

सूत्रों का कहना है क‍ि बगैर क्रय केन्‍द्र चलाए कागजों में ही करोड़ों की धान खरीद के पीछे राइस म‍िल, सरकारी मशीनरी और क्रय एजेंसी का गठबंधन काम करता है। क‍िसान हमेशा की तरह इस बार भी लुट रहा है। प‍िछले द‍िनों सीएम योगी ने बरेली मंडल के आरएफसी प्रमोद कुमार को सस्‍पेंड भी क‍िया था मगर इसके बाद भी हालात वैसे के वैसे हैं। आरएमओ राम मूर्ति वर्मा ने बताया की डिप्टी आरएमओ सुनील कुमार ने क‍िसानों की श‍िकायत के बाद मौके पर जाकर जांच पड़ताल की। किसानो से बात की।  मौके पर कांटा तक नही लगा था। जिसके बाद फर्जी धान खरीद मामले में आदर्श एग्रो टेक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड नबाबगंज के सचिव जगदीश सरन गंगवार और शुभ कीर्ति प्रड्यूशर कंपनी के हरीश गंगवार के खिलाफ नबाबगंज थाने में आईपीसी की धारा 420 के तहत एफआईआर दर्ज करवाई गई। बरेली मंडल में अब तक ऐसे 24 केस दर्ज हो चुके हैं।

क‍िसान बोले: जब क्रय केन्‍द्र खुले नहीं तो कागजों में कैसे कर ली धान खरीद 

ब्लॉक नवाबगंज के ग्राम दावी खेड़ा में लगे खाद्य विभाग के धान खरीद केंद्र की जानकारी गांव के लोगों को भी नहीं थी, दो महीने तक कागजों में ही धान की खरीद होती रही। इस मामले में क्षेत्रीय विपणन अधिकारी ने सचिव के खिलाफ रिपोर्ट तो दर्ज करा दी, लेकिन सेन्टर पर लगे फ्लेक्स में तो बही केंद्र के प्रभारी हैं। दाबी खेड़ा गांव में प्रशासन ने खाद्य एवं रसद विभाग का धान खरीद केंद्र खोला था, जिसे 1 अक्टूबर से धान की खरीद करनी थीं। इस सेन्टर का इंचार्ज ज्ञान चंद वर्मा को नामित किया गया था। फ्लेक्स पर भी उनका ही नाम लिखा हुआ है। वर्मा क्षेत्रीय विपणन अधिकारी के पद पर तैनात हैं। पिछले दो माह से केंद्र की किसी ग्रामीण को कोई भी जानकारी नहीं थी, अभी चार पांच दिनों पहले सेन्टर लगाने के लिए गांव के भागीरथ से उनकी जगह किराए पर ली गई थी तो गांव के लोगों को इसकी जानकारी हुई। इस बीच केंद्र प्रभारी ने हजारों कुंतल धान की खरीद कर डाली। गांव के सुमेर लाल ने बताया कि उसे अभी तीन चार दिन पहले ही सेन्टर लगने की जानकारी लगी है। उसका धान घर पर ही पड़ा है। खरीद केन्‍द्र बंद है।

क्‍योलड़‍िया में क‍िसानों ने धान की होली जलाई, तब अफसरों उनकी सुध आई 

क्योलड़िया के कुलुआ में तो किसानों को धान तौल कराने को लेकर धानों की होली जलाकर प्रदर्शन करना पड़ा था। तब जाकर वहां तौल शुरू हुई। जवकि क्योलड़िया में भी खरीद केंद्र चालू कराने को किसान यूनियन के हीरालाल गंगवार ने काफी संघर्ष किया। तब जाकर किसानों के धानों की तौल शुरू हुई। क्योलड़िया धान खरीद में फर्जीवाड़ा सामने आते ही अब हड़कंप मचा हुआ है। जिले के अधिकारियों की जांच में नबावगंज के तीन क्रय केंद्रों पर गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद अब आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिससे अब तमाम सवाल खड़े हो गये हैं। भारतीय किसान यूनियन के तहसील प्रभारी हीरालाल गंगवार ने बताया कि वह तो धान की तौल शुरू होने पर ही गड़बड़ी की शिकायत लेकर तहसील प्रशासन के पास गए और तमाम शिकायत की मगर कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्हें और शिकायत करने वाले किसानों को टरका दिया जाता था। उन्होंने बड़ी मशक्कत के बाद क्योलड़िया में जैसे तैसे तौल शुरू करायी। जवकि भदपुरा और अम्बरपुर और भौआ बाजार में तो कभी किसानों के धान का एक दाना भी नही तौला गया। भौआ बाजार के रहने वाले सफीक जादूगर ने बताया कि वह तो अपना धान तौलाने नबावगंज मंडी गये थे। वहां भी बड़ी मुश्किल से तौल हुई। गांव के ही रहने वाले अखिलेश ने बताया की इस बार किसानों को धान तौल कराने को तौल केंद्र ढूंढे से भी नहीं मिले। भउआ बाजार केे क‍िसान अख‍िलेेेेश कुमार बताते हैैं क‍ि सेेंटर कागजों में चलनेे सेे क‍िसानों को अपना धान औने पौने दामों में बेचना पड़ रहा है। तहसील प्रशासन ने क्योलड़िया और नकटी नरायणपुर,फुलबैया, खजुरिया श्रीराम,अम्बरपुर,ज्योतजागीर, कुलुआ समेत तमाम जगह धान केंद्रों का दावा किया  मगर किसान एक दो जगह छोड़कर हर जगह अपने धान की तौल कराने को मारा मारा फिरता रहा है। अब विपरण अधिकारी ज्ञान चंद्र वर्मा द्वारा नबावगंज और क्योलड़िया थाने में दो सचिवों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद नबावगंज और क्योलड़िया के क्रय केंद्रों पर तौल प्रकिया की पोल खुलकर रह गई है।

खबरची/ अजय शर्मा, जफरुददीन मंसूरी, शकील अहमद अंसारी

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