बरेली। शैलेश कुमार पांडे 2011 बैच के आईपीएस हैं और रोहित सिंह सजवान 2013 बैच के। इस लिहाज से मि. सजवान अनुभव के मामले में मि. पांडे से 2 साल जूनियर हैं। पांडे को योगी सरकार ने बरेली जैसे महत्वपूर्ण जिले एसएसपी पद से हटाकर गोंडा का पुलिस अधीक्षक बनाया है और रोहित सिंह सजवान को बड़ी कुर्सी देकर महराजगंज के एसपी से एसएसपी बरेली बनाया है।
थानेदार मनमानी कर रहे थे, जानकर भी मौन थे कप्तान…हो गयी विदाई
बड़े जिले की कप्तानी गंवाकर छोटे जिले की कमान दिए जाने की वजह भले आईपीएस शैलेश पांडे न समझ पा रहे हों, मगर बरेली की जनता जरूर सब समझ रही है। सच तो ये है कि शैलेश पांडे बेलगाम होते जा रहे थाना प्रभारियों पर कंट्रोल खो बैठे थे। उनके थाना प्रभारी पुलिस अभिरक्षा से किडनैप मामले की पीड़ित लड़कियों को ही गायब करा दे रहे थे। मोब लॉन्चिंग जैसी घटनाओं पर भी परदा डाल दे रहे थे। थानों की सच्चाई खुद पुलिसवाले ही वीडियो और ऑडियो के जरिये सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे थे मगर जिले के कप्तान पुलिस की फ़ज़ीहत करा रहे ऐसे एक क्योलड़िया थाने को प्रभारी को भी पद से नहीं हटा पा रहे थे। नवाबगंज में थानेवाले अभियुक्तों के घर पूड़ी-खीर खाकर पूरे महकमे को बदनाम कर रहे थे मगर कप्तान उनका भी कुछ नहीं बिगाड़ पा रहे थे। इज़्ज़तनगर, प्रेमनगर, कोतवाली, कैंट, भोजीपुरा इलाके से एडीजी, डीआईजी के दफ्तर में पुलिस के खिलाफ शिकायतों के अंबार लगे थे मगर एसएसपी शैलेश पांडेय कोई एक्शन ही नहीं ले रहे थे।
कप्तान बने पुराने शहर कप्तान, बरेली की पिच पर कैसे करेंगे बल्लेबाजी..देखेंगे
बरेली के एसपी सिटी रह चुके तेजतर्रार आईपीएस रोहित सिंह सजवान को महराजगंज एसपी सेे प्रमोट कर बरेली जैसे महत्वपूर्ण एवं अति संवेदनशील बरेली जिले का बरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बनाया है। बरेली में पहले शहर कप्तान रह चुके सजवान लंबे समय से जमे कई खिलाड़ी थाना प्रभारी और दरोगाओं को शायद जानते भी होंगे! देखना ये है कि पुराने शहर कप्तान बरेली की पुुरानी पिच पर अबकी बार कप्तान की भूमिका में कैसे बल्लेबाजी करते हैं ?
नए कप्तान बोले, क़ानून व्यवस्था खिलबाड़ हरगिज़ नहीं होने दूंगा
बरेली के नए कप्तान रोहित सिंह सजवान ने फोन पर बातचीत में कहा है कि मजबूत क़ानून व्यवस्था के साथ बरेली को अपराध मुक्त बनाना उनका पहला लक्ष्य है। कानून से खिलबाड़ नहीं होने देंगे, अपराधी चाहे कोई भी हो। रोहित सजवान इससे पहले एसपी महाराजगंज के पद पर तैनात थे । पूर्व में एसपी सिटी बरेली भी रह चुके हैं। टिहरी, उत्तराखंड के रहने वाले आईपीएस रोहित सिंह के पिता एक प्राथमिक विद्यालय में टीचर और मां गृहणी हैं। यह परिवार में सबसे बड़े हैं। इनसे छोटे दो भाई और हैं, जिनमें एक नोएडा में प्राइवेट नौकरी करते हैं और दूसरे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। रोहित सिंह ने भाभा परमाणु केंद्र में वैज्ञानिक अधिकारी रहते हुए सिविल सेवा को चुना। उन्हें तत्कालीन गृह मंत्री राजनाथ सिंह बेस्ट योगा के लिए गोल्ड मेडल दे चुके हैं। ट्रेनिंग के दौरान बैच में इन्हें कई बार गोल्ड मेडल मिला था।
अनुरोध भारद्वाज/ अमित नारायण शर्मा