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चेकिंग नहीं ये जुल्म, पुलिस ने बाइक रोकी…कागज देखे, सब OK फिर भी रिश्वत मांगी, विरोध पर किया थाने में बंद

बरेली/ नवाबगंज। नए एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बरेली आते ही जनता को पहला भरोसा ये दिलाया है कि चेकिंग के नाम पर पुलिस कहीं भी मनमानी नहीं कर सकेगी। एक से बढ़कर एक गुल खिलाती आ रही थाना नवाबगंज पुलिस को लगता है कप्तान के निर्देशों की कोई चिंता ही नहीं है। ऐसा न होता तो बीमार बेटे को दवा दिलाकर लौट रहे किसान पर पुलिस चेकिंग की आड़ में जुल्म नहीं करती। बाइक के कागज पूरे थे, फिर भी पुलिसकर्मियों ने रिश्वत मांगी।

1000 नहीं मिले तो जेब से 500 रुपये ही निकाल लिए। दवा खराब कर दी गांववालों ने 112 नंबर पर फोन कर मदद मांगी तो किसान का थाने ले जाकर शांति भंग में चालान और कर दिया। एसडीएम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद पीड़ित किसान ने मामले की शिकायत डीजीपी से लेकर एसएसपी तक सभी पुलिस अधिकारियों से की है।

पीलीभीत के ग्राम गोंच के रहने वाले चुन्ननी लाल अपने पुत्र धरमवीर को एक दिन पहके नबावगंज से दवा दिलाने आया था। लौटते में शाम हो गयी। अभयराजपुर की पुलिया के पास खड़े पुलिस कर्मियों ने उसकी बाइक रोक ली और कागजात मांगे। उसने बाइक के सारे कागज़ दिखा दिए लेकिन पुलिसकर्मी उससे एक हजार रूपए की मांग करने लगे। उसने कहा कि उसके पास पैसे नहीं हैं तो पुलिस कर्मियों ने उसकी तलाशी ली। आरोप है कि पुलिस कर्मियों ने किसान की जेब में रखे 500 रुपए निकाल लिये। बेेटे की दवा फैंक दी।

उसने मदद के किये डायल 112 को सूचना दी। टीम मौके पर पहुंची और पूरी कहानी सुनकर उल्टा उसे ही थाने ले आई और बंद कर दिया। थाने से उसका शांति भंग में चालान कर दिया गया। घटना 18 सितंबर को रात 8 बजे की है। एस डी एम कोर्ट से अपनी जमानत कराने के बाद पीड़ित चुन्नी लाल ने अफसरों से शिकायत कर पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है।

ख़बरची/ जफरुद्दीन मंसूरी

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