शाहजहांपुर। पुलिस ने शाहजहांपुर के खुटार कस्बे से ऐसे फर्जी फॉरेस्ट गार्ड पर शिकंजा कसा है, जो फ्राड कंपनी के साथ मिलकर बेरोजगारों को वन विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगता था। जालसाज ग्रुप मिनटों में किसी का भी ज्वाइनिंंग लेटर बना देते थे। मामले में एक ठग पकड़ में आ गया है और पुलिस बाकी की तलाश में जुटी है।
पुलिस के मुताबिक, खुटार कस्बे से सटे तिकुनिया चौराहा निवासी सतनाम सिंह वन विभाग में फॉरेस्ट गार्ड बनकर अपने पिता सरजीत सिंह व मैलानी वन रेंज से फॉरेस्ट गार्ड पद से रिटायर हुए मैलानी साबिर अली एवं मैलानी निवासी इसरार के साथ मिलकर ठगी करता था। इसका खुलासा पुलिस की पूछताछ में सतनाम सिंह ने किया है। सतनाम सिंह ने पुलिस को बताया कि उसने वन विभाग से रिटायर्ड फॉरेस्ट गार्ड साबिर अली के साथ मिलकर फर्जी नियुक्त पत्र तैयार करवाया था और उसके बाद खुद को फॉरेस्ट गार्ड बता कर लोगों को वन विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे ठगी करता था। पुलिस ने ठगी का शिकार हुए नगर के मोहल्ला नौगांवा निवासी रामदास की ओर से भी एक मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने सतनाम सिंह के पास से वन विभाग कर्मचारी की वर्दी, जूते बेल्ट, नेम प्लेट आदि भी बरामद कर ली है। थाना प्रभारी जयशंकर सिंह ने बताया कि सतनाम शातिर किस्म का अपराधी है। वह अपने पिता व साथियों साबिर, इसरार के साथ मिलकर खुद को वन विभाग में फॉरेस्ट गार्ड बताकर लोगों से ठगी कर था। पुलिस ने उसके खिलाफ अलग-अलग दो मुकदमे दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि शीघ्र की इसके फरार साथियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
खबरची/ रोहित यादव