बरेली। किला इलाके की जिस कहानी पर कई दिन से सबकी निगाहें जमींं थीं, उसका पटाक्षेप हो गया है। अपहरण, जालसाजी और चोरी के आरोप में बिलाल बिन घोषी के जेल जाने के बाद पुलिस ने मंगलवार को लड़की के 164 सीआरपीसी के तहत कोर्ट में कलमबंद बयान कराए। पुलिस का कहना है कि लडकी ने अपने मां-बाप के साथ रहने की इच्छा जताई है।
कोर्ट में बयान होने के एसएसपी बरेली रोहित सिंह सजवाण ने मीडिया को बताया कि लडकी अपनी मर्जी से बिलाल के साथ गई थी। कोर्ट में दिए बयानों में उसने मां-बाप के साथ जाने की इच्छा जताई है। कोर्ट के आदेश के क्रम में अब उसे परिवारवालों के सुपुर्द किया जा रहा है। यहां बता दें कि पिछले दिनों किला इलाके से गायब हुई छात्रा के पिता ने बिलाल बिन घोषी, उसके परिवार और साथियों के खिलाफ बहला-फुसलाकर बेटी का अपहरण करने, घर से साढ़े पांच लाख रुपये चोरी करने आदि के मामले मे रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामला दो समुदायों से जुड़ा होने के कारण विवाद गहरा गया था। लड़की की बरामदगी की मांग को लेकर भाजपा के साथ विहिप, बजरंगदल समेत कई संगठन सड़कों पर आ गए थे और किला थाना घेर लिया था।
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थाने में पुलिस और हिंंदू संगठनों के कार्यकर्ता आपस में उलझ गए थे। तोड़फोड़ के साथ भीड़ ने थाने में तोड़फोड़ कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा था। हालात बिगड़ते देख एडीजी अविनाश चंद्र, डीआईजी राजेश पांडे, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण कई थानों के फोर्स के साथ किला थाने पहुंच गए थे और प्रदर्शन में शामिल नेताओं से वार्ता कर मामला शांत किया था। इस मामले में लापरवाही को लेकर इंस्पेक्टर किला सतीश कुमार को एसएसपी ने उसी समय लाइन हाजिर कर दिया था। चौकी इंचार्ज सहित तीन पुलिस कर्मी सस्पेंड भी किए गए थे। पुलिस पर चारों ओर से गायब लड़की की बरामदगी को दबाव पड़ रहा था।
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दो दिन पहले बरेली की टीम ने राजस्थान पुलिस की मदद से आरोपी बिलाल को अजमेर से अरेस्ट कर लिया था। लड़की को बरामद कर लिया था। पुलिस ने अगले दिन आरोपी बिलाल को कोर्ट में पेश किया। पुलिस का कहना था कि लड़की के घर से चुराए गए साढ़े पांच लाख रुपयों में से 3.18 लाख रुपये बरामद हुए। इसके अलावा उसके पास से लड़की के अलग-अलग नाम से बनाए आधार कार्ड भी मिले थे। इस आधार पर उसके खिलाफ चोर, जालसाजी और लडकी को बहला-फुसलाकर ले जाने के मामले में कार्रवाई की गई। पुलिस ने आरोपी बिलाल बिन घोषी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। तब से वह जेल में बंद है। इधर, मंगलवार को पुलिस नेे मेडिकल के बाद लडकी के कोर्ट में धारा 164 सीआरपीसी के तहत बयान दर्ज कराए। एसएसपी के मुताबिक, लड़की बिलाल के साथ मर्जी से गई थी। अब वह मां-बाप के साथ रहना चाहती है। कोर्ट के आदेशानुसार पुलिस उसे परिवारीजनों के सुपुर्द करेगी।
खबरची/ अजय शर्मा