बदायूं। यूपी के बदायूं में आंगनबाड़ी वर्कर से हैवानियत कर उसकी हत्या में शामिल शैतान महंत सत्यनारायण आखिरकार पकड़ा गया। पुलिस और एसटीएफ उसे घेरने में नाकाम नजर आ रहीं थी मगर यह काम बहादुर गांववालों ने कर दिखाया। खबर है इलाके में पुलिस मूवमेंट बढ़ने के बाद आरोपी महंत धर्मस्थल के पास एक गांव में छिपा था। गुुरुवार आधी रात को वह मकान से निकलकर भाग रहा था तो पहले से जाग रहे गांववालों ने उसे पकड़ लिया। भीड़ ने उसे खेतों में दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और फिर पुलिस को सौंप दिया।
बदायूं के उघैती इलाके में कुछ दिन पहले आंगनबाड़ी वर्कर की हैवानियत के बाद हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पास के धर्मस्थल के महंत बरेली में आंवला इलाके के रहने वाले सत्यनारायण, उसके चेले व कार ड्राइवर के खिलाफ पुलिस ने इस मामले में सामूहिक रेप व हत्या की एफआईआर दर्ज की थी। आरोपी चेला व ड्राइवर तो पुलिस ने पकड़ लिए थे मगर मुख्य अभियुक्त महंत सत्यनारायण फरार था। घटना की गूंज पूरे देश में हो रही थी। सपा और कांग्रेस बदायूं में हुई इस घटना को लेकर प्रदेश की योगी सरकार लगातार निशाना साध रही थीं। आज दोपहर सपा हाईकमान के निर्देश पर पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव के नेतृत्व में सपा नेताओं का दल भी मारी गई महिला के परिवार से मिला था। सीएम योगी आदित्यनाथ पहले ही महंत की अरेस्टिंग का टास्क एसटीएफ को सौंप चुके थे। एसटीएफ भी पुलिस के साथ कल से दिन-रात एक किए थी मगर महंत हत्थे नहीं चढ़ा। जानकारी मिली है कि देर रात उघैती इलाके के मेवली गांव से पुलिस के पास महंत को पकड़े जाने की खबर पहुंची।
कहा जा रहा है कि आरोपी महंत पास के ही गांव में कहीं छिपा था। पुलिस लगातार महंत को पकड़ने के लिए गांववालों से मदद मांग रही थी। आशंका जताई जा रही थी कि घटना के बाद आरोपी महंत धर्मस्थल के आसपास बसे किसी गांव में ही छिपा हो सकता था। इस वजह से गांववाले भी हाई अलर्ट पर थे। खबर है कि गुरुवार देर रात गांव में एक जगह से निकलकर बाहर जाने की कोशिश कर रहा था तो लोगोंं की उस पर नजर पड़ गई। गांववालों ने रुकने को कहा तो वह खेतों की तरफ भागने लगा। भागते-भागते उसने गांववालों पर ईंट-पत्थर भी फेंके मगर भीड़ ने पीछा नहीं छोड़ा और उसे घेरकर दबोच लिया। भीड़ ने उसकी पिटाई की। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और उसे पब्लिक से छुड़ाकर हिरासत में लेकर वहां से रवना हो गई। महंत के पकड़े जाने की पुष्टि पुलिस सूत्रों ने की है मगर अभी आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
खबरची ब्यूरो