बरेली/ शीशगढ़। योगी राज में एक तरफ ड्रग तस्करों की लंका ध्वस्त की जा रही है तो दूसरी ओर कुछ थानों में ‘पकड़-छोड़’ का खेल अब जारी है। बरेली के थाना शीशगढ़ में पुलिस का ऐसा खेल सामने आया है कि पूरा थाना जांच के दायरे में आ गया है। दो युवकों को हिरासत में लेने और दूसरे दिन इलाके के एक नेता की मध्यस्थता के बीच कथित रूप से दो लाख रुपये लेकर थाने से छोड़े जाने का खुलासा सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो से हुआ है। मामला सामने आने के बाद अफसरों ने जांच सीओ को सोंपी है।
सूत्रों के मुताबिक, थाना शीशगढ़ पुलिस ने दो युवकों को पूछताछ के लिए पकड़ा था। उनमें एक युवक इलाके के प्रमुख नेता का करीबी था। पता होते ही नेताजी उनको छुड़ाने के लिए थाना स्तर पर पैरवी में जुट गए। थाने में उनका मैनेजमेंट काम आया और अगले दिन पुलिस ने नेताजी के जरिए डीलिंग करने के बाद युवकों को छोड़ दिया। इस बीच सोशल मीडिया पर एक युवक के भाई का ऑडियो वायरल हो गया जिसमें वह कह रहा है कि पुलिस छोड़ने के लिए चार लाख मांग रही थी मगर दो लाख में काम हो गया। ऑडियो में य़ुवक का भाई ये कहते भी सुना जा रहा है कि एक लाख रुपये उसने नेट बैंकिंग के जरिए सम्बंधित नेता के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए और इसका रिकार्ड उसके पास मौजूद है। बाकी एक लाख रुपये अलग से दिए गए।
वह ये भी कह रहा है कि एक महीने बाद उसकी बहन की शादी है और ये बेवजह का दंड पड़ने से परिवार बर्बाद हो गया। अगर उसका भाई से कुछ बरामद हुआ था तो उसे जो चाहे सजा देते मगर बेवजह क्यों पकड़ा। टीम खबरची ने वायरल ऑडियो की जानकारी ट्वीटर पर ब्रेक की तो एडीजी जोन बरेली ने बरेली पुलिस को कार्रवाई के लिए निर्देशित कर दिया। जिसके बाद मामले की जांच सीओ बहेड़ी को सौंप दी गई है। वहीं, पुलिस से पैसों की डीलिंग और अकाउंट में एक लाख रुपये ट्रांसफर होने को लेकर सम्बंधित नेता का कहना है कि मामला दो पक्षों में आपस के लेनदेन का था। इसकी को लेकर शिकायत की गई थी। अब मामला निपट गया है। उन्होंने टीम ख्रबरची को सुलहनामा भी भेजा है।
खबरची ब्यूरो