बरेली। यूूूूपी बरेली में पुलिस के बोल हैरान करने वाले हैं। कारोबारी के बेटे पर हमला होता है। हमलावर सरिया मारकर उसेे लहूलुहान कर देते हैं और जेब से पैसे छीन लेते हैं। परिवार थाने में शिकायत कर कार्रवाई की गुहार लगाता है तो पुलिस से जवाब मिलता है कि इलाज के पैसे दिलवा देंगे। पैसे भी वापस करा देंगे मगर रिपोर्ट नहीं लिखेंगे, फैसला कर लो। दरअसल, हमलावरों में से दो युवकों का पिता पुलिस में बताया जाता है, इसलिए थानेवाले कार्रवाई की जगह समझौते को दबाव बना रहे हैं। पीड़ित परिवार अफसरों से न्याय की गुहार करता घूम रहा है।
वीर सावरकर कालोनी के रहने वाले सतीश आहूजा कारोबारी हैं। उनका बेटा सनी पहले एक कंपनी में काम करता था। कोविड काल में उसकी नौकरी छूट गई। सतीश आहूजा ने टीम खबरची को बताया कि बेेेेटा सनी 14 फरवरी की शाम कालोनी के पास परचूनी की दुकान से सामान लेने गया था। जब वह लौटकर आ रहा था तो बाइक पर सवार होकर आए कई लड़कों ने उसे घेर लिया। आरोप है कि हमलावरों ने शराब पीने के लिए सनी से पैसे मांगे। इंकार करने पर उस पर हमला कर दिया। पीटकर उसे लहूलुहान कर दिया और उसकी जेब में रखे पिता के दिए हुुुए 5500 रुपये छीन लिए। सतीश आहूजा का कहना है कि हमलावरों में शामिल दो युवक सगे भाई थे और उनके पिता इज्जतनगर थाने में तैनात हैं। घटना की तहरीर उन्होंने उसी दिन थाने में दे दी थी मगर उनकी रिपोर्ट आज तक नही लिखी गई। हमलावरों के पिता थाने में होने की वजह से पुलिस पर उन पर समझौते को दबाव बना रही है। उनसे कहा जा रहा है कि बेटे का इलाज करवा देंगे और छीने गए पूरे पैसे भी वापस कर देंगे मगर सुलह कर लो। सतीश आहूज ने मामले की शिकायत एडीजी से मिलकर करने की बात कही है।
खबरची ब्यूरो