बरेली। रुहेलखंड की माटी में जन्मे, पले-पढ़े और यहीं रामलीला मंचन से अभिनय की बुनियादी तालीम लेने वाले मशहूर अभिनेता राजपाल यादव भले ही चकाचोंध में डूबी रहने वाली मुंबई नगरिया में रहते हों मगर अपनी जमीन को याद करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। राजपाल ने अब रुहेलखंड के संस्कार, संस्कृति और सरोकार पर लिखी शाहजहांपुर के कवि ब्रह़मस्वरूप मिश्र की कविता को गुनगुनाते हुए वीडियो साझा किया है और पीलीभीत में फिल्म सिटी बनाने की मांग उठाई है।
वीडियो में कविता शुरु करने से पहले बॉलीवुड अभिनेता राजपाल यादव बताते हैं कि उनके पास छोटे भाई सरीखे और पड़ोसी गांव मलिका के रहने वाले एमपी सिंह ने कवि ब्रह़मस्वरूप मिश्र की कविता भेजी है। वह ब्रह़मस्वरूप मिश्र का तहेदिल से शुक्रिया अदा करते हैं जो कुछ लाइनों में रुहेलखंड की तराई का ऐसा सौंदर्य बयां किया है, जिसके आगे एक लाख बीस हजार पन्ने की कहानी लिखी है। अभिमान है जो आप जैसी शख्सियत मेरी जन्मभूमि के पास रहती है। इसके बाद राजपाल यादव ने अपने शब्दों में पूरी कविता को अपनी आवाज दी है और वीडियो के अंत में पीलीभीत में फिल्म सिटी बनाए जाने की मांग की है। राजपाल यादव शाहजहांपुर में बंडा इलाके के गांव कुंडरा के रहने वाले हैं और बेहतरीन हास्य अभिनेता होने के साथ गंभीर अदाकारी का भी जाना-पहचाना नाम माने जाते हैं। भारतेन्दु नाट़य अकादमी और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, दिल्ली से अभिनय की पढाई करने से पहलेे राजपाल शाहजहांपुर में नाटक मंचन करते थे। एक बार बालीवुड की राह पकड़ी तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। अब तक वह डेढ़ सौ से अधिक फिल्मों में काम कर चुके हैै।
देखें और सुनें: बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत से नैनीताल राजपाल ने कैसे अपनी माटी का गीत गाया है….
खबरची/ अनुरोध भारद्वाज