बरेली । भूमि विकास बैंक चुनाव में सपा और भाजपा के बीच तगड़ी तलवारे खिंंचती नजर आ रही है। सपा नेताओं ने आरोप लगाया है कि हार के डर से सत्तारूढ़ भाजपा खेमा नवाबगंज में अफसरों पर दवाब बनाकर चुनाव में धांधली करा रहा है। इसी वजह से अनंतिम सूची रात तक जारी नहीं की गई। सपा ने गड़बड़ी की आशंका जताते हुए डीएम से चुनाव अपनी निगरानी में कराने की मांग की है।
सपा महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी के साथ पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार ने डीएम भेजे शिकायती पत्र में कहा है कि 26 अगस्त 2020 को सुबह 10 बजे से भूमि विकास बैंक चुुुुुनाव का पूरे प्रदेश में नामांकन होना है। चुनाव कार्यक्रम के अनुसार अनंतिम मतदाता सूची आज 25 अगस्त 2020 को अपराह़न 3 बजे से 5 बजे तक जारी की जानी चाहिए थी मगर नवाबगंज में अभी रात 9 बजे तक भी सूची जारी नहीं की गई। सपा की ओर से कहा गया है कि सत्तारूढ़ दल के नेता नवाबबगंज में अफसरों पर दवाब बनाकर चुनाव में धांधली की साजिश कर रहे हैं। पूरा षडयंत्र विपक्ष को मतदाता सूची उपलब्ध नहीं कराने का हैैै, जिससे कि सत्तारूढ़ दल के नेता अपने पक्ष में निर्विरोध नामांकन प्रक्रिया पूर्ण कराने में कामयाब हो जाएं !
सपा नेताओं ने कहा है कि चुनाव में गड़बड़ी की साजिश से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता गुस्से में हैं और आंदोलित हो सकते हैं। उन्होंने डीएम से हस्तक्षेप कर तुरंत अनंतिम मतदाता सूची जारी कराने की मांग की है। साथ ही कहा है कि चुनाव में सत्तारूढ़ दल के नेताओं के दवाब आकर गड़बड़ी की कोशिश रहे सम्बंंधित अफसरों पर कार्रवाई कर डीएम अपनी निगरानी में चुनाव सम्पन्न कराएं। इससेे पहले सपा महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी, पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार, सपा महासचिव गौरव सक्सेना, पार्टी नेता सूरज यादव, योगेश यादव, प्रदीप मौर्या, उपाध्य क्ष शमीम अहमद, ब्लाक प्रमुख नवाबगंज पुरुषोत्तम गंगवार, गोविंंद सैनी, संदीप सिंंह बग्गा आदि नेताओं के साथ देर शाम बैठक कर चुनावी रणनीति बनाई।
बरेली की नवाबगंज और भदपुरा में भूमि विकास बैंक पर अभी सपा का कब्जा है। इस बार चुनाव में सपा ने अपने मौजूदा प्रतिनिधि ओमेन्द्र कुमार और भदपुर मुनेन्द्र गंगवार को मैदान में उतारा है। वहीं, भाजपा से पूर्व चेयरमैन रविन्द्र राठौर नवाबगंज से तो भदपुर सुरेश गंगवार मैदान में आ रहे हैं। दोनों ही दलों के चारों उम्मीदवार बुधवार को नामांकन करने वाले हैं। उससे पहलेे ही सपा ने चुनाव में धांधली की आशंका जताते हुए डीएम से शिकायत की है। इसे देखते हुए सबकी नजरें नवाबगंज पर टिक गई हैं। नवाबगंज क्षेत्र पहले ही राजनैतिक तौर पर सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जाता है। यहां पक्ष-विपक्ष के नेताओं में मारपीट-टकराव की घटनाएं पूर्व में कई बार हो चुकी हैं।
खबरची/ अजय शर्मा