बरेली/ नवाबगंज। कांट-छांट की राजनीति को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले नवाबगंज में अब नई चुनावी चौसर बिछी है। अबकी बार इलेक्शन तो भूमि विकास बैंक के प्रतिनिधियों का है मगर इस छोटी सी बिसात पर बड़े-बड़े सूरमा जोर लगा रहे हैं। बाजी इसलिए ज्यादा दिलचस्पी होती दिख रही है, क्योंकि भाजपा की ओर से पूर्व जिलाध्यक्ष रविन्द्र राठौर इस छोटे से चुनाव में खुद अपना भाग्य आजमा रहे हैं।
रविन्द्र राठौर नवाबगंज पालिका परिषद के चेयरमैन रहे हैं। पिछली बार उन्होंने अपने भाई की पत्नी को पालिका चेयरमैन के चुनाव में उतारा था मगर बसपा की शहला ताहिर ने उनके दांत खट़टे कर दिए। पूरी भाजपा के जोर लगाने के बाद भी शहला के आगे राठौर परिवार की बहू शिकस्त खा बैठीं। अब रविन्द्र राठौर भूमि विकास बैंक के प्रतिनिधि परीक्षा में बैठ रहे हैं।
नवाबगंज क्षेत्र में गांव-गांव मजबूत पैठ रखने वाली समाजवादी पार्टी ने अपने मौजूदा प्रतिनिधियों पर ही भरोसा जताया है। तहसील क्षेत्र में दो भूमि विकास बैंक हैं। एक भदपुरा तो दूसरी नवाबगंज में। दोनोंं बैंकों से एक-एक प्रतिनिधि पांच साल के लिए चुना जाएगा। अभी तक दोनो बैंको पर सपा का कब्ज़ा है। नवाबगंंज से 5 बार विधायक और सपा सरकार में दो बार मंत्री रहे भगवत सरन गंगवार इस चुनाव में पार्टी की ओर से रणनीति बना रहे हैं। एक दिन पहले उन्होंने पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और भूमि विकास बैंक के चुनाव में फिर से जीत को लेकर जोश भरा। बैठक में फैसला हुआ कि नवाबगंज से सपा केे मौजूदा प्रतिनिधि ओमेंद्र गंगवार एक बार फिर मैदान में उतरेेंगे। जिनका मुकाबला भाजपा के रविन्द्र राठौर से होगा। भदपुरा से सपा के वर्तमान प्रतिनिधि मुनेन्द्र गंगवार चुनाव लड़ेंगे, जिनके सामने भाजपा के पूर्व डायरेक्टर सुरेश गंगवार होंगे। सपाई खेमा अपने प्रतिनिधियों की जीत को लेकर निश्चिंत नजर आ रहा है, वहीं भाजपा कैंप भी जोर-शोर से चुनावी तैयारी में जुट गया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, चारों उम्मीदवार बुधवार को नामांकन करेंगे। चुनाव एक सितंबर को होगा।
खबरची/ जफरुद़दीन मंसूरी