मेरठ। पुलिस और साइबर सेल ने 29 रुपए का रजिस्ट्रेशन कराकर तमाम बेरोजगारों से लाखों की ठगी करने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस सिलसिले में जालसाज दबोचे गए हैं। इंटर पास यह आरोपी एक नामचीन वेबसाइट से मिलता-जुलता लिंक मोबाइल पर भेज कर बेरोजगारों के खाते से हजारों की रकम उड़ा देते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से कई एटीएम, आधार कार्ड और मोबाइल बरामद किए हैं। आरोपियों के एक फरार साथी की तलाश जारी है।
एएसपी क्राइम इरज राजा ने शनिवार को पुलिस लाइन में पत्रकार को बताया कि कुछ दिन पहले कंकरखेड़ा क्षेत्र निवासी एक युवती ने संबंधित थाने में अपने साथ ठगी का आरोप लगाते हुए राज चौधरी नाम के आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। युवती का आरोप था कि आरोपी ने खुद को क्युकर कंपनी का प्लेसमेंट एजेंट बताते हुए उसके मोबाइल पर कॉल की थी। इसके बाद आरोपी ने एक अच्छी फर्म में उसकी नौकरी लगवाने का वादा किया। आरोपी ने उसके मोबाइल पर एक लिंक भेजा और इस लिंक को सब्सक्राइब कर कंपनी में रजिस्ट्रेशन के लिए 29 रुपए कंपनी के बैंक खाते में जमा करने की बात कही। जैसे ही युवती ने इस लिंक को क्लिक किया तो उसके बैंक खाते से पांच हजार की रकम कट गई। जिसके बाद आरोपी ने अपना मोबाइल नंबर स्विच ऑफ कर लिया।
एएसपी के मुताबिक, युवती द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच ने संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक पूर्वी दिल्ली निवासी मानस कुमार और दूसरा बुलंदशहर निवासी गुड्डू है। पुलिस के मुताबिक इंटर पास दोनों आरोपियों ने ठगी के लिए एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से लिंक बनवाया था। आरोपी नामचीन कंपनी क्विकर से लोगों का डाटा चोरी किया करते थे। इसके बाद इसी कंपनी के नाम से मिलता-जुलता यह लिंक बेरोजगारों के मोबाइल पर भेज कर खुद को प्लेसमेंट अफसर बता उन्हें नौकरी का झांसा देते थे। कंपनी में रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर बेरोजगारों से 29 रुपए का रजिस्ट्रेशन शुल्क भरने के लिए कहा जाता था। जैसे ही पीड़ित व्यक्ति इस लिंक पर क्लिक करता था तो उसके खाते से 29 रुपए के स्थान पर पांच से 10 हजार की रकम कट जाती थी। एएसपी ने बताया कि ठगों के इस गिरोह में दिल्ली निवासी विशाल नाम का एक युवक भी शामिल है, जिसकी तलाश की जा रही है। इसी के साथ आरोपियों के पास से सात एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, तीन मोबाइल और कुछ रकम बरामद की गई है। इसी के साथ आरोपियों के बैंक खाते को सीज कर दिया गया है, जिसमें एक लाख से अधिक की रकम जमा है।
खबरची ब्यूरो