बरेली/ शाहजहांपुर। यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे सपा प्रमुख अखिलेश यादव शाहजहांपुर आकर खास राजनैतिक संदेश देकर गए हैं। सिख समाज के बीच पहुंचकर उन्होंने जहां लखीमपुर खीरी कांड को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा पर जोरदार हमला किया है, वहीं पूर्व मंत्री स्व. राममूर्ति वर्मा के परिवार से मिलकर जिले के सियासी समीकरण भी साधे हैं। बरेली से पहुंचे सपा नेताओं से मुलाकात कर सपा प्रमुख जी जान से चुनावी होमवर्क में जुटने का मैसेज भी दिया है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव एक दिन पहले शाहजहांपुर के दौरे पर आए थे। उन्होंने संत बाबा सुखदेव सिंह की बरसी पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान भारी संख्या में लोग जुटे। अखिलेश ने लखीमपुर में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि दी। साथ ही लखीमपुर कांड को लेकर यूपी की भाजपा सरकार पर तल्ख अंदाज में निशाना साधते हुए दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग उठाई।
सपा प्रमुख ने पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा की श्रद्धांजलि सभा में भी भाग लिया। उन्होंने इस मौके पर लोगों से कहा कि स्व. राममूर्ति वर्मा समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे और उन्होंने पार्टी को मजबूत करने के लिए लगातार काम किया था। अब वह हम सबके बीच नही हैं। उनके बेटे राजेश वर्मा, जो कि ददरौल से समाजवादी पार्टी की टिकट के प्रबल दावेदार हैं, से मिलकर कहा कि पार्टी पूरी और जनता उनके साथ है।
शाहजहांपुर के दौरे के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव से बरेली के पूर्व सपा जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव, वरिष्ठ समाजवादी नेता ब्रह्मस्वरूप सागर, इंजीनियर अनीस अहमद खां, प्रमोद यादव एडवोकेट से शिष्टाचार मुलाकात की। सपा सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश ने पार्टी नेताओं को पूरी ताकत से चुनाव की तैयारी में जुटने को कहा। इस मौके पर शाहजहांपुर सहित बरेली मंडल के तमाम प्रमुख नेता मौजूद रहे। सूत्रों का कहना है कि शाहजहांपुर के के बाद आगे अखिलेश जल्द ही बरेली, बदायूं और पीलीभीत दौरे पर भी आ सकते हैं।
खबरची ब्यूरो