बदायूं। यूपी के बदायूं जिले में आंगनबाड़ी वर्कर के साथ निर्भया जैसी वारदात को लेकर राजनैतिक संग्राम शुरू हो गया है। एक ओर जहां योगी सरकार ने पीड़ित परिवार की मदद में हाथ आगे बढ़ाए हैं, वहीं विपक्ष बदायूं कांड को लेकर मुखर नजर आ रहा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी बाड्रा समेत तमाम विपक्षी नेताओं की ओर से इस मामले में तीखी बयानबाजी सुनने को मिल रही है। सोशल मीडिया पर सरकार और विपक्ष समर्थक एक दूसरे पर जमकर वार-पलटवार कर रहे हैं।
बदायूं में आंगनबाड़ी सहायिका से हैवानियत और हत्या को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ट़वीट किया है। उन्होंने कहा है कि बदायूँ में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद हैवानियत और दरिंदगी का जो वीभत्स रूप पोस्टमार्टम में सामने आया है वो दिल दहलानेवाला है. भाजपा सरकार अपराधियों को बचाने की कोशिश न करे और मृतका व उसके परिवार को पूर्ण न्याय मिले. भाजपा सरकार का कुशासन अपराधियों की ढाल न बने।
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम लिखते हैं कि अगर बदायूं जैसी घटना महाराष्ट्र में हुई होती तो पता नहीं क्या होता।सोशल मीडिया पर पत्रकार प्रज्ञा ने लिखा है कि यूपी के जिस बंदायू में कुछ साल पहले दो बेटियों की लाश पेड़ पर लटकती मिली थी उस ही बदायूँ में गैंग रेप की एक और घिनौनी वारदात सामने आई है,पूजा करने जा रही महिला के साथ पुजारी और उसके चेलों ने गैंगरेप कर उसके गुप्तांग में रॉड डाल दी। UP की एक बेटी फिर राक्षसों का शिकार हो गई। इसी तरह से बदायूंं कांड को लेकर सोशल मी डिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।
सपा हाईकमान आंगनबाड़ी वर्कर के घर बदायूं भेज रहा पार्टी प्रतिनिधिमंडल
सपा हाईकमान गुरुवार को बदायूं में मारी गई आंगनबाड़ी वर्कर की हैवानियत के बाद हत्या के मामले की जांच को पार्टी प्रतिनिधिमंडल भेज रहा है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने सोशल मीडिया के जरिए बताया है कि प्रतिनिधिमंडल में पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव, सहसवान विधायक ओमकार सिंह यादव, एमएलसी हरदोई राजपाल कश्यप और बरेली के सपा जिलाध्यक्ष अगम मौर्या शामिल रहेंगे। ये नेता पीड़ित परिवार से मिलकर सांत्वना देंगे और तथ्यों की जांच करेंगे।
खबरची ब्यूरो