एटा। सरकार कोई भी हो मगर यूपी का एटा जिला गोली और बोली की हर बार नई खूंरेज इबारत लिखता नजर आता है। ताजा मामला सम्पत्ति पर कब्जेदारी का है, जिसे लेकर एटा शहर के अंदर अंधाधुंध गोलियांं चल गईं। मकान को लेकर विवाद शासकीय अधिवक्ता और आरएसएस नेता के बीच था, जो हिंंसक संघर्ष में बदल गया। टकराव की सूचना पर पुलिस पहुंची तो हमलावरों ने उस पर भी गोलियां चलाईं। संघर्ष में एक अधिवक्ता सहित दो लोगों को गोली लगने की खबर है। एसएसपी एटा का कहना है कि वारदात में शासकीय अधिवक्ता राजेन्द्र शर्मा समेत 7 लोगों को अरेस्ट किया गया है। लाइसेंसी रिवाल्वर भी बरामद की गई है। हमलावरों के खिलाफ गैंगस्टर के साथ रासुका की कार्रवाई भी की जाएगी। यहां बता देना जरूरी है कि राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत पुलिस कार्रवाई तभी करती है, जब कहींं लोक व्यवस्था भंग होती है। वैसे, संघर्ष के मामले में परिवार के लोगों के साथ हिरासत में लिए गए शासकीय अधिवक्ता राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि दूसरा पक्ष कथित रूप सेे फोर्स लेकर आया था और उनके परिवार पर हमला कर दिया। इसमें उनके अधिवक्ता बेटे वरुण शर्मा को गोली लगी है। उनके पक्ष की ओर से सिर्फ अपना बचाव किया गया।
पुुुुलिस के मुताबिक, एटा शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कटरा में एक को लेकर शासकीय अधिवक्ता राजेन्द्र शर्मा और दूसरे पक्ष से आरएसएस नेता रामू भटेले उर्फ अविनाश शर्मा एडवोकेट पक्ष के बीच काफी समय विवाद चल रहा है। एसएसपी सुनील कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि दोनों पक्षों के बीच मकान का मामला कोर्ट में विचाराधीन है और इस पर स्टे भी है। सोमवार को शासकीय अधिवक्ता राजेन्द्र शर्मा पक्ष ने उस समय मकान पर कब्जे की कोशिश की, जब दूसरा पक्ष वहां मौजूद नहीं था। दूसरा पक्ष आया तो विवाद बढ़ गया।
एसएसपी के मुताबिक, विवाद की सूचनाा पर पुलिस मौके पर पहुंची तो राजेन्द्र शर्मा पक्ष ने फोर्स पर भी फायरिंंग की। जमकर पथराव हुआ। पुलिस कप्तान का कहना है कि हमले में एक राहगीर घायल हो गया। वहीं, राजेन्द्र शर्मा ने मीडिया को बताया है कि दूसरे पक्ष के हमले में उनके अधिवक्ता वरुण शर्मा भी घायल हुआ है। कटरा मोहल्ले में मकान पर कब्जेदारी को लेकर खूनी टकराव की सूचना मिलते ही एसएसपी समेत पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए शासकीय अधिवक्ता राजेन्द्र शर्मा समेत उनके पक्ष के सात लोगों को हिरासत में ले लिया। घायल राहगीर सुंदर स्ट्रीट एटा निवासी अरवाज खां को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। फायरिंग से पूरे इलाके में दहशत के हालात बन गए। मौके से पकड़़े गए सभी लोगों को पुलिस कोतवाली ले आई। इसमें शासकीय अधिवक्ता पक्ष की तीन महिलाएं भी शामिल हैं। एसएसपी ने मामले में सात लोगों की अरेस्टिंग और लाइसेंसी रिवाल्वर बरामद होने की बात कही है।
संघर्ष के पीछे राजनैतिक रसूख, विधायक करवा चुके थे दोनों पक्षों में सुलह
एटा के मोहल्ला कटरा में मकान पर कब्जेदारी को लेकर हुए खूनी टकराव के पीछे राजनैतिक बर्चस्व की कहानी भी सामने आ रही है। अविनाश शर्मा उर्फ रामू भटेले जहां आरएसएस नेता हैंं और संस्कार भारती से जुड़े हैं। वहीं, दूसरे पक्ष के शासकीय अधिवक्ता राजेन्द्र शर्मा की भी जिले की राजनीति में ठीक-ठाक पकड़ बताई जाती है। नवंबर माह में विवाद बढ़ने पर अधिवक्ता का परिवार मकान के बाहर कई दिन धरने पर बैठा रहा था। उस समय विधायक और सीओ ने दोनों पक्षों के बीच कथित रूप से समझौता कराया था मगर तनातनी उसके बाद भी नहीं रुकी और आज मामला खूूूूनी संघर्ष में बदल गया।
कोतवाली की हवालात में बंद शासकीय अधिवक्ता राजेन्द्र शर्मा ने मीडिया के सामने बयान दिया कि वह करीब बीस साल से सरकारी वकील हैं। दूसरा पक्ष राजनैतिक रसूख रखता है और सत्तारूढ़ पार्टी में पदाधिकारी है। दूसरा पक्ष फोर्स के साथ मकान पर कब्जा करने पहुंचा था। विरोध किया तो उनके परिवार पर हमला कर दिया। इसमें उनके अधिवक्ता बेटे वरुण शर्मा को भी गोली लगी है। घायल वरुण को भी पुलिस पकड़ लाई है। राजेन्द्र शर्मा के बेटे वरुण शर्मा के साथ बेटी गरिमा शर्मा भी पेशेे से वकील हैं। वहीं, इस पूरे मामले में एसएसपी सुनील सिंह ने मीडिया को जारी बयान में कहा है कि सात हमलावर पकड़े गए हैं। मामले में गैंगस्टर के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।