बरेली। सत्तारूढ़ भाजपा के किसान सम्मेलन को लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी ने जोरदार हमला बोला है। बरेली में एक दिन पहले आयोजियत सीएम योगी के किसान सम्मेलन को लेकर सपा ने कहा कि भाजपा सरकार का हर वादा झूठ का पुलिंदा है। बरेली में आयोजित भाजपा के किसान सम्मेलन में सूटेड-बूटेड भीड जुटाई, जिसमें दूर-दूर तक किसान नजर ही नहीं आए। किसान आंदोलन में शामिल मजबूर-बेबस किसान जान गंवा रहे हैं मगर उनकी मौत से सरकार की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा। सरकार के किसान विरोधी होने की इससे बड़ी सच्चाई क्या हो सकती ?
सीएम योगी के किसान सम्मेलन पर पलटवार करते हुए समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ नेता भगवत सरन गंगवार ने मीडिया कांफ्रेंस बुलाकर कहा कि सीएम योगी सिर्फ इस एक बात का जवाब दे दें कि रुहेलखंड में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीदा जा रहा है तो हजारों किसान क्यों राइस मिलर-दलालों के हाथों आधे या इससे भी कम रेट पर अपनी उपज क्यों बेचते नजर आ रहे हैं। कई चीनी मिलों में गन्ना किसानों का पेेेमेंट अटका है। किसान चक्कर लगा रहे हैं मगर मिल प्रबंधन उनका भुगतान नहीं कर रहीं। पूर्व मंत्री भगवत गंगवार ने कहा कि किसान आंदोलन में संत-किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं। ठंड में ठिठुर कर जान गंवा रहे हैं मगर केन्द्र और राज्य सरकार की आंखें नहीं खुल रहीं। सच्चाई तो ये है कि भाजपा सरकार किसान, मजदूर, गरीब और बेरोजगार विरोधी है। उन्होंने कहा कि भाजपा राज में विकास की स्पीड जीरो हो गई है। जो प्रोजेक्ट समाजवादी पार्टी सरकार में शुरू हुए थे, उनको भी बंद कर दिया गया है। बरेली की कहानी इसका जीता जागता सबूत है,जहां सपा सरकार में मंजूर हुए लाल फाटक ओवर ब्रिज को सत्तारूढ़ भाजपा के 9 विधायक, दो सांसद मिलकर एनओसजी तक नहीं दिला पाए हैं। हालात इतने बुरे हैं कि खुद भाजपा के विधायक किसानों की धान खरीद नहीं होने पर सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं मगर उनकी कोई सुनने वाला नहीं। अफसरशाही आकंठ भ्रष्टाचार में डूटी है और बेचैन विधायक-सांसद बेचारेे बनकर गिड़गिड़ाते नजर आ रहे हैं। जिस सरकार में विधायक और सांसदों की कोई सुनने वाला नहीं, वहां आम जनता किसान, गरीब, मजदूर, बेरोजगारों की सुनवाई होगी, इस बारे में कल्पना करना भी बेमानी होगी।
पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार ने कहा कि सीएम योगी के सामने उनकी ही पार्टी के बरेली के मेयर ने स्मार्ट सिटी के दावों को फर्जी करार दे दिया, भाजपा सरकार के लिए इससे ज्यादा शर्म की बात और क्या हो सकती है। उन्होंने कहा कि किसानों के हक-हुकूकी खातिर समाजवादी पार्टी आंदोलन से पीछे नहीं हटेगी। भाजपा सरकार जनविरोधी और किसान विरोधी है। किसान आंदोलन में तमाम किसानों की मौत के बाद भी सरकार कृषि कानून वापस लेने को राजी नहीं हो रही, इससे बड़़ी़ कड़वी सच्चाई और क्या हो सकती है ? प्रेस कांफ्रेंस मेंं पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार के साथ शेरगढ़ ब्लाक प्रमुख भूपेन्द्र कुर्मी, समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला महासचिव प्रदीप मौर्या, पूर्व जिला प्रवक्ता डॉ. योगेश यादव प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
खबरची/ अजय शर्मा