Homeउत्तर प्रदेशनजरबंदी से नाराज कांग्रेसी बोले...सरकार के इशारे पर पुल‍िस दमन पर उतर...

नजरबंदी से नाराज कांग्रेसी बोले…सरकार के इशारे पर पुल‍िस दमन पर उतर आई, क‍िसानों के ह‍ित में जारी रहेगी लड़ाई

बरेली। बंद के दौरान बरेली में सपा की तरह कांग्रेसी भी मुखर नजर आए। व‍िरोध प्रदर्शन की तैयारी भांपकर पुल‍िस ने सुबह होते ही महानगर अध्‍यक्ष अजय शुक्‍ल समेत कई नेताओं को उनके आवासों पर घेरकर नजरबंद कर द‍िया। कुछ कांग्रेस सड़कों पर न‍िकलने में कामयाब भी हुए तो उन्‍हें अरेस्‍ट कर ल‍िया गया। देर शाम सबको छोड़ा गया।

किसानों के बंद के समर्थन में आन्दोलन की रणनीत‍ि बना रहे बरेली महानगर के अध्यक्ष अजय शुक्ला के आवास पर कांग्रेसी सुबह के वक्‍त मीट‍िंग कर रहे थे, तभी पुलिस पहुंच गई। इसके बाद कांग्रेस‍ियों के व‍िरोध प्रदर्शन के ल‍िए बाहर नहीं जाने द‍िया गया। सिटी मजिस्ट्रेट, सीओ, व कोतवाल ने यहीं पहुंचकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन ल‍िया। महानगर अध्यक्ष अजय शुक्ला ने कहा कि हम तानाशाही से डरने वाले नहीं है। अन्नदाता के सम्मान की लड़ाई जारी रहेगी। प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु ने कहा था, “सब कुछ इंतजार कर सकता है पर खेती नहीं।” मोदी सरकार ने देश के किसान, खेत और खलिहान के खिलाफ एक षडयंत्र किया है। केंद्रीय भाजपा सरकार तीन काले कानूनों के माध्यम से देश की ‘हरित क्रांति’ को हराने की साजिश कर रही है। देश के अन्नदाता व भाग्यविधाता किसान तथा खेत मजदूर की मेहनत को चंद पूंजीपतियों के हाथों गिरवी रखने का षडयंत्र किया जा रहा है । आज देश भर में 62 करोड़ किसान – मजदूर व 250 से अधिक किसान संगठन इन काले कानूनों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनकी सरकार सब एतराज दरकिनार कर देश को बरगला रहे हैं। अन्नदाता किसान की बात सुनना तो दूर, संसद में उनके नुमाईदो की आवाज को दबाया जा रहा है और सड़कों पर किसान मजदूरों को लाठियों से पिटवाया जा रहा है। व‍िरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस‍ियों को अरेस्‍ट और नजरबंद क‍िया जा रहा है। सरकार के इशारे पर पुल‍िस दमन पर उतर आई है।

एआईसीसी सदस्य प्रेमप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि संघीय ढांचे का उल्लंघन कर, संविधान को रौंदकर, संसदीय प्रणाली को दरकिनार कर तथा बहुमत के आधार पर मोदी सरकार ने संसद के अंदर तीन काले कानूनों को जबरन पारित करा लिया है। कांग्रेस पार्टी सहित कई राजनैतिक दलों ने मतविभाजन की मांग की, जो हमारा संवैधानिक अधिकार है । एआईसीसी सदस्य सदस्य नवाब मुजाहिद हसन खां ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार किसानो को उद़योगपत‍ियों का उनका गुलाम बनाना चाहती है। देश के अन्नदाता पिछले 13 दिनों से दिल्ली के बॉर्डर पर इतनी सर्दी के मौसम में खुले आसमान के नीचे अपने हक़ की लड़ाई लड़ने के लिए सड़कों पर बैठे हैं लेकिन सरकार उनकी आवाज को सुनने की बजाय दबाने का कार्य कर रही है। इस दौरान कासिम कश्मीरी, कृष्णकांत शर्मा, आर सी श्रीवास्तव, वीरेंद्र रायजादा, सुचित्रा सिंह, हाजी ज़ुबैर, राजेश कुमार, योगेश जौहरी, अब्दुल रहमान, पारस शुक्ला, सय्यद फरहान अली, हर्ष बिसारिया, कादिर खान, दिनेश गोला, निखिल कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।

खबरची/ अजय शर्मा 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments