बरेली/बदायूं। खबर चौंका देने वाली भी है और बदायूं पुलिस की भूमिका पर सवाल लगाने वाली भी। शादी के एक दिन बाद ही ससुराल में अनहोनी का शिकार हुई बरेली की बिटिया शिवानी के पिता की शिकायत पर दहेेेज हत्या की रिपोर्ट लिखने के कुछ घंटे बाद ही पुलिस ने अपना खेल कर दिया है। हिरासत में लिए गए शिवानी के पति और ससुर को पुलिस ने थाने से छोड़ दिया है। शिवानी के मायकेवालों ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। मायकेवालों ने कहा है कि वह एडीजी से मिलकर न्याय की गुहार करेंगे और अभियुक्तों के प्रभावशाली होने के चलते घटना की जांच बदायूं की जगह गैरजनपद से कराने की मांग करेंगे।
पुलिस पर आरोप, राजनैतिक दवाब में थाने से छोड़ दिए आरोपी पति-ससुर
मायकेवालों का कहना है कि शिवानी की मौत के तुरंत जब वह लोग बदायूं पहुंचे थे, तो वहां कुछ राजनैतिक लोग आरोपी ससुरालियों की पैरवी में थाना कोतवाली के साथ पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगाने लगे थे। कई माध्यम से उनके ऊपर भी समझौते को दवाब बनाने की कोशिश की जा रही थी। पुलिस ने शिवानी के पिता अशोक गुप्ता की शिकायत पर किसी तरह उनकी शनिवार रिपोर्ट तो लिख ली मगर इसके कुछ देर बाद ही पकडे गए आरोपी पति नवनीत साहू और उसके पिता को लोकल राजनैतिक दवाब में छोड़ दिया। पीड़़ि़त पिता अशोक गुप्ता के मित्र एवं बरेली के व्यापारी नेता अमित भारद्वाज का कहना है कि शिवानी की मौत के जिम्मेदार उसके ससुराली बदायूं में राजनैतिक पहुंच रखते हैं। ऐसे में पीड़ित परिवार को बदायूं पुलिस से न्याय मिलने की कोई संभावना नहीं है। वह पीडित परिवार के साथ एडीजी बरेली जोन से मिलेंगे और शिवानी हत्याकांड की विवेचना बदायूं की जगह एडीजी की निगरानी में बरेली से कराने की मांग करेंगे।
पहले पति पकड़ा और फिर ससुर, उसके बाद दोनों को थाने से छोड़ दिया गया
यहां बता दें कि शिवानी गुप्ता मौत मामले में उनके पिता अशोक गुप्ता की तहरील पर बदायूं कोतवाली पुलिस ने आरोपी पति नवनीत साहू, ससुर सुभाष साहू, सास मीरा साहू और देवर विपुल साहू के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी। आरोप है कि दहेज में पांच लाख रुपये ज्यादा नहीं दिए जाने पर ससुरालियों ने नवविवाहित शिवानी को मौत के घाट उतार दिया है। रिपोर्ट लिखेे जाने सेे पहलेे ही बदायूं पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में ले लिया था। बाद में आरोपी ससुर सुभाष साहू को भी पकड़ लिया था। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि पोस्टमार्टम में शिवानी की मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने के चलते पति और ससुर को फिलहाल थाने से छोड़ दिया गया है। आगे विवेचना में जैसे सबूत मिलेंगे, उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
शिवानी की विदाई के वक्त ही पांच लाख ज्यादा दहेज मांग रहे लगे थे ससुराली
शिवानी गुप्ता के पिता बरेली के सीनियर फोटो जर्नलिस्ट अशोक गुप्ता ने बदायूं कोतवाली में दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि उन्होंने अपनी बेटी शिवानी गुप्ता की शादी 25 नवंबर 2020 को बदायूं के मोहल्ला चौधरी सराय निवासी सुभाषचंद्र साहू के बेटे नवनीत साहू के साथ की थी। शादी में सामर्थ के हिसाब से 15 लाख रुपये खर्च कर बेटी को विदा किया था। विदाई के वक्त ही ससुरालियों ने दहेज में पांच लाख अतिरिक्त की मांग करते हुए नाराजगी जताई थी। विदाई के दिन शाम को ही बेटी ने फोन पर बताया था कि ससुराली शादी से खुश नहीं है और पैसों की मांग कर रहे हैं।
बकौल अशोक गुप्ता, उन्होंने बेटी को समझाया था कि नई-नई बात है। तुम परेशान न हो। जल्दी ही पैसों का इंतजाम कर ससुरालियों को खुश कर देंगे। 27 नवंबर 2020 को शाम साढ़े चार बजे बेटी के ससुर सुभाष का फोन आया कि तुम्हारी बेटी की तबियत खराब है। जल्दी बदायूं आ जाओ। वहां पहुंचने पर शिवानी मृत मिली। बेटी की अप्राकृतिक मौत के बारे में पूछा तो ससुराली टालमटोल करने लगे। अशोक गुप्ता ने आरोप लगाया है कि पति और उसके घरवालों ने दहेज की मांग पूरी न होने पर शिवानी को मौत के घाट उतार दिया है।
पुलिस ने आरोपी ससुरालियों के खिलाफ धारा 498 ए, 304 बी, 3 व 4 दहेज प्रतिशेेेेध अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज इन्वेस्टीगेशन शुरू कर दी है। आरोपी पति नवनीत साहू पुलिस की हिरासत में है और उससे पूछताछ जारी है। इससे पहले दोपहर बाद बदायूं में शिवानी गुप्ता के शव पोस्टमार्टम हुआ। पता लगा है कि पोस्टमार्टम में डॉक्टर मौत की वजह को लेकर किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके। फॉरेंसिक जांच के बिसरा सुरक्षित किया गया है। पत्रकार संगठनों ने सीनियर फोटो जर्नलिस्ट अशेाक गुप्ता की बेटी शिवानी की हत्या के मामले की इन्वेस्टीगेशन वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की निगरानी में कराए जाने की मांग उठाई है।
पोस्टमार्टम के बाद बदायूं से शव बरेली लाया गया। बरेली के सिटी श्मशान में अंतिम संस्कार किया गया। शिवानी के अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग जुटे। केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार, भाजपा नेता गुलशन आनंद, अनिल कुमार एडवोकेट, सरदार इकबाल सिंह बाले, व्यापारी नेता अमित भारद्वाज, सपा नेता हैदर अली, मयंक शुक्ला मोंटी आदि ने पहुंचकर परिवार को सांत्वना दी।
खबरची ब्यूरो