बरेली। कोरोना काल में दूसरी बीमारियां भी जानलेवा साबित हो रही हैं। यूपी में बरेली के सुदूर देहात में बसे गांव मजनूपुर में धीमे-धीमे 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अभी भी दर्जनों बीमार हैं और उनमें से कई बरेली के अस्पतालों में भर्ती हैं। गांववाले इसकी वजह डेंगू बता रहे हैं। वहीं, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी टाइफाइड, मलेरिया और कोविड-19 जैसी किसी भी बीमारी का प्रकोप गांव में नहीं बता रहे हैं। एक के बाद एक लोग मौत के मुंह में क्यों समा रहे हैं, इसका जवाब विभाग के पास नहीं है।
मजनूपुर गांव बरेली के आलमपुर जाफराबाद ब्लाक क्षेत्र में आता है। गांववालों का कहना है कि बीमारी की चपेट में आने के बाद सम्बंधित व्यक्ति को बुखारा आता है और उसके बाद हालत बिगड़ती चली जाती है। कुछ लोग बीमारी को रहस्यमय होने की बात कह रहे हैं तो कुछ डेंगू कह रहे हैं। लगातार हो रहीं मौतों से मजनूपुुुर गांव में दहशत है। मारे डर के लोग काम पर भी नहीं जा रहे। चर्चा राजस्थानी बुखार का प्रकोप होने की भी है, हालांकि इस बारे में कोई पुष्टि जैसी बात सामने नहीं आ रही।
गांव के हालात ऐसे है कि हर तरफ अनजाने बुखार के डर का साया है। घर-घर लोग बीमार हैं। गांववाले अभी तक मजनूपुर में 22 लोगों की मौत की बात कह रहे हैं। मृतकों की सूची, विभिन्न अस्पतालों में उनके इलाज के कागजात आदि दिखा रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बीमारी की चपेट में आकर मौत के मुंह में समाए लोगों में हर उम्र वाले शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग 18 मौत की बात स्वीकार रहा है मगर बीमारी क्या है, इस बारे में अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पा रहा।
सीएमओ कह रहे: बीमारी रहस्यमय नहीं, मौतों कारण पता लगा रहा विभाग
बरेली के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. विनीत कुमार शुक्ला का कहना है कि मजनूपुर गांव में मौतों का मामला सामना आने के बाद उन्होंने तुरंत ही डाक्टरों की टीम गांव भेजकर जांच कराई थी। टाइफाइड, डेंगू, कोविड-19 की रिपोर्ट सभी की नेेगेटिव आई। पड़ोसी गांव तिलियापुर में भी जांच कराई गई मगर ऐसी कोई बीमारी सामने नहीं आई। रहस्यमय बुखार से मौत की बात अफवाह है। बीमारी रहस्यमय नहीं है। मजनूपुर गांव में 18 लोगों की मौत का कारण पता कराया जा रहा है।
खबरची/ अजय शर्मा