बरेली। किला कांड के मुख्य आरोपी बिलाल बिन घोषी को जेल हो गई है। राजस्थान पुलिस की मदद से अरेस्टिंंग के बाद उसे बरेली लाकर शाम कोर्ट में पेश किया गया। न्यायालय ने उसे 14 दिन की हिरासत में जेल भेज दिया है। किला पुलिस ने आरोपी बिलाल के खिलाफ बहला-फुसलाकर लड़की का अपहरण, घर से साढ़े 5 लाख कैश की चोरी और दो आधार कार्ड मिलने पर जालसाजी करने के मामले में कार्रवाई की है।
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने शाम मीडिया को बताया कि आरोपी बिलाल के खिलाफ किला इलाके की एक लडकी को बहला-फुसलाकर गायब किए जाने के मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। उसके बाद से वह लड़की को लेकर गायब था। राजस्थान पुलिस की मदद से बरेली की टीम ने आरोपी बिलाल को अजमेर से अरेस्ट करने में सफलता हासिल की थी। लड़की को भी बरामद कर लिया गया था।
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बिलाल ने किया धोखा, जिस घर में आता-जाता था, वही किया ऐसा कपट
एसएसपी ने बताया कि बिलाल लड़की के घर आता जाता था। वहां से वह साढ़े पांच लाख रुपये भी चोरी कर ले गया था। उसके पास से 3.18 लाख रुपये पुलिस ने बरामद भी कर लिए हैं। इसके अलावा अलग-अलग नाम के दो आधार कार्ड भी मिले हैं। इस मामले में उसके खिलाफ जालसाजी, चोरी-बरामदगी और लड़की को बहला-फुसलाकर गायब किए जाने के मामले में कार्रवाई की गई है। लड़की का मेडिकल कराया गया है। अब उसके कोर्ट में बयान कराए जाने की प्रक्रिया चल रही है।
विवाद की आशंका से छावनी बना दी गई कचहरी, आला अफसर बनाए रहे नजर
किला इलाके से अपहरण के बाद लड़की का वीडियो वायरल होने पर पिछले दिनों काफी हंगामा हुआ था। हिंदू संगठनों ने पुलिस पर आरोपी बिलाल की तुरंत अरेस्टिंग नहीं करने के आरोप लगाते हुए किला थाना घेर लिया था। इस दौरान भीड़ ने थाने में तोड़फोड़ भी कर दी थी। पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए थे। इस मामले में इंस्पेक्टर किला को लाइन हाजिर होना पड़ा था और चौकी इंचार्ज समेत तीन पुलिसकर्मियों को एसएसपी ने सस्पेंड भी किया था। पुलिस पर चारों ओर से लड़की की बरामदगी को लेकर दवाब था। एक दिन पहले पुलिस ने अजमेर से आरोपी बिलाल को पकड़कर गायब लड़की को भी बरामद कर लिया। अजमेर से बरेली पुलिस की टीम दोपहर बाद बिलाल और लड़की को लेकर बरेली पहुंची। पुलिस ने पहले लड़की का कड़ी सुरक्षा में मेडिकल कराया। इसके बाद कचहरी पर सुरक्षा बढ़ा दी गई। दरअसल, पुलिस अफसरों को डर था कि बिलाल को कोर्ट में पेश किए जाने के वक्त विभिन्न संगठन वहां जुट सकते हैं और विवाद की स्थित बन सकती थी। इसे देखते हुए कचहरी से कोर्ट तक भारी फोर्स की तैनाती कर दी गई। शाम पुलिस जब बिलाल को कोर्ट में पेश करने लाई तो इस दौरान हर तरफ सुरक्षा की दीवार बनाकर रखी गई। कोर्ट से जब उसे जेल ले जाया गया तो भी पुलिस की कई टीमें साथ रहीं।
खबरची/ अमित नारायण शर्मा- अजय शर्मा