बरेली। झुमका नगरी, नाथ नगरी, दरगाह आला हजरत की पहचान, राधेश्याम कथावाचक की जमीन, जंग-ए-आजादी में योगदान और न जाने ऐसी कितनी विशेषताओं अपने में समेटे शहर बरेली की पहचान अब दूर से नजर आएगी। डीएम नितिश कुमार ने शहर बरेली की गौरवशाली विरासत को सहेजने के लिए अनूठी पहल की है। बरेली विकास प्राधिकरण और प्रशासन मिलकर शहर के सभी एंट्री प्वाइंट पर ऐसे भव्य गेट बनवाएंगे, जिनको देखकर बाहर से आने वाले लोग वाह-वाह कर उठें।
कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद जिलाधिकारी नितीश कुमार बरेली शहर और देहात के विकास को गति देने के लिए दिन-रात जुटे नजर आ रहे हैं। मंगलवार को डीएम ने बरेली विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ मैराथन बैठक कर शहर के सौंदर्यीकरण की खास योजना बनाई। जिलाधिकारी ने अफसरों से कहा कि बरेली शहर में प्रवेश करने के जितने भी प्वाइंट हैं, ऐसी सभी जगहों को प्राधिकरण भव्यता दे। बरेली शहर की पहचान बाहर से आने वालों को पता होनी चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि शहर के सभी एंट्री प्वाइंट पर भव्य द्वार बनाए जाएं।
डीएम ने कहा कि जहां गेट नहीं बने हैं, वहां विकास प्राधिकरण भव्य गेट तैयार कराए। जहां गेट पहले से हैं, उनका सौंदर्यीकरण कराया जाए। समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुुुए डीएम कहा कि प्राधिकरण के कार्यों को आम जनता प्रशंसा भाव के साथ देखे, ऐसे प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने प्राधिकरण टीम को राम गंगा आवास योजना में तेज़ी लाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि शहर में प्राधिकरण की समस्त परियोजनाओं को स्तरीय बनाया जाए। कोई भी कार्य अनावश्यक रूप से पेंडिंग न रखा जाए और पत्रावलियों का निस्तारण समय से किया जाए।
खबरची/ अमित नारायण शर्मा