बरेली। दबंगों के प्रेम में डूबे कुछ नेता और पुलिस नहीं चाहते छेड़छाड़ और मारपीट का शिकार बरेली की इस रेसर को न्याय मिले। इसीलिए कार्रवाई की जगह आरोपियों को समझौते के लिए दबाव बनाने का पूरा मौका दिया जा रहा है। परेशान होकर पीड़ित विजेता ने आज एडीजी जोन अविनाश चंद्र से मिलकर कार्रवाई की गुहार लगाई। जानकर हैरत होगी, जिस वक्त एडीजी अपने कार्यालय में पीड़ित रेसर से उसकी आपबीती सुन रहे थे, उसी वक्त आरोपियों की मदद कर रहे कुछ दबंग सुलह का माहौल बनाने उसके घर पहुंच गए। एडीजी ने पीड़िता को निष्पक्षता से कार्रवाई का भरोसा जरूर दिया है।
सिरौली थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली विधवा मां की बेटी विजेता (पहचान छिपाने को बदला गया नाम) पुलिस में भर्ती होनेे के लिए तैयारी कर रही है। फर्स्ट डिवीजन में इंटरमीडिएट करने के बाद वह जल्दी नौकरी पाकर गरीब परिवार का सहारा बनना चाहती है मगर पड़ोसी गांव के दबंग परिवार के दो लड़के उसे पुलिस भर्ती की तैयारी नहीं करने दे रहे। विजेता के साथ छेड़छाड़ और मारपीट की घटना की पूरी कहानी खबरची पहले ही सामने ला चुका है।
बुधवार दोपहर एडीजीपी जोन बरेली अविनाश चंद्र से मिलने पहुंची विजेता ने टीम खबरची को बताया कि एक विधायक और उनका बेटा इस मामले में आरोपियों की मदद कर रहे हैं। आरोपियों का परिवार प्रभावशाली होने की वजह से कुछ और नेता भी उनका साथ दे रहे हैं। मेरे पिता की कई साल पहले सड़क हादसे में मौत हो चुकी है। घर में विधवा मां, एक छोटी बहन और एक छोटा भाई के अलावा कोई नहीं है। इसीलिए उसकी बात को दबाने की कोशिश की जा रही है। पहले तो सिरौली थाने की पुलिस ने तीन दिन चक्कर लगाने के बाद भी उसकी सुनवाई नहीं की। एसएसपी से मिली तो उनके आदेश पर जैसे-तैसे 15 सितंबर को उसकी रिपोर्ट दर्ज की गई। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों से सांठगांठ कर अगले ही दिन 16 सितंबर को मेरे रिश्ते के दो भतीजों के खिलाफ मारपीट का झूठा क्रास केस दर्ज कर दिया। कार्रवाई तो दूर, पुलिस इसके बाद घटना की सच्चाई जानने भी गांव नहीं आई। परेशान होकर मैं फिर एसएसपी से मिली थी। पुलिस के कान पर इसके बाद भी जूं नहीं रेंगी।
दबंगों से मिली सिरौली पुलिस, दहशत में विजेता ने सपा नेत्री के घर ली शरण
विजेता ने कहा कि खबरची ने मेरी खबर छापी तो अगले दिन 22 सितंबर को पुलिस हमारे गांव आई और मेरे बयान दर्ज किए। इसके बाद आरोपी पक्ष मुझे और मेरी मां पर समझौते को तरह-तरह से दबाव बनाने लगा। मुझे जानकारी मिली है कि एक विधायक और उनका नेता बेटा इस मामले में आरोपियों की मदद कर रहे हैं। सिरौली के कुछ और नेता भी आरोपियों का साथ दे रहे हैं। नेताओं का दबाव होने की वजह से पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही। थानेदार अफसरों को भी झूठी जानकारी देकर गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। आज एडीजी से मिलकर आज उन्हें पूरी आपबीती सुनाई थी तो उन्होंने न्याय का भरोसा दिया है। विजेता ने बताया कि जिस समय दोपहर में वह सपा नेत्री भारती चौहान के साथ एडीजीपी को अपनी पीड़ा सुना रही थी, उसी समय गांव में उसके घर पर आरोपी पक्ष के भेजे हुए कुछ लोग पहुंच गए और मेरी विधवा मां पर समझौते के लिए दबाव बनाया। विजेता ने फिर कहा कि वह समझौता नहीं, कार्रवाई चाहती है। समझौता नहीं करने से आरोपी पक्ष उसकी जान का दुश्मन बन गया है। उसके साथ कुछ भी हो सकता है। डर की वजह से उसने गांव में रेस लगाना और आरोपियों के गांव में कोचिंग पढ़ने जाना छोड़ दिया है। फिलहाल वह अपनी सुरक्षा की वजह से सपा महिला सभा की जिलाध्यक्ष भारती चौहान के यहां रहकर ही पुलिस भर्ती के लिए अपनी तैयारी कर रही है।
पीड़िता की पैरवी पर सपा नेत्री भारती चौहान को भी धमकाने की कोशिश
सपा नेत्री भारती चौहान ने टीम खबरची को बताया कि पीड़िता विजेता की मदद करने से आरोपी पक्ष उनका भी दुश्मन बन गया है। सिरौली इलाके के एक दबंग कोटेदार ने हमारी पार्टी के एक नेता को फोन कर कहा कि भारती चौहान इस मामले से तुरंत दूर नहीं हुई तो उनका बड़ा नुकसान होगा। हालांकि मैं ऐसी धमकी से डरनेे वाली नहीं हूं। विजेता मेरी बेटी समान है और उसकी सुरक्षा की चिंता मुझे है। एसएसपी के स्तर से कार्रवाई न होती देख आज विजेता के साथ एडीजी से मिली थी। उन्होंने विजेता को न्याय दिलाने का भरोसा दिया है। इसके बाद भी पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है तो डीजीजी और मुख्यमंत्री के स्तर पर मामला उठाया जाएगा। कार्रवाई नहीं होने तक विजेता को मैं अपनी बेटी की तरह अपने घर में रखूंगी।
एडीजी ने कसे पुलिस के पेंच, गंभीर मामले में कार्रवाई देरी से क्यों
एडीजी अविनाश चंद्र ने खबरची टीम को बताया कि पीड़िता उनसे कार्यालय में आकर मिली थी और अपनी पूरी बात उन्हें बताई। मामले को गंभीरता से लेकर तुरंत ही एसएसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए गए। बरेली कप्तान ने उन्हें बताया है कि पीड़िता पक्ष के दो लड़कों के खिलाफ भी पुलिस ने मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कर रखी है। जांच के आधार पर निष्पक्ष कार्रवाई की जा रही है। मामले में जल्द एक्शन होता नजर आएगा।
खबरची/ अमित नारायण शर्मा-अजय शर्मा