बरेली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस महकमे में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने को एक के बाद एक कड़े फैसले ले रहे हैं। सीएम योगी 24 घंटे में दो आईपीएस एसएसपी प्रयागराज और एसपी महोबा को सस्पेंड कर चुके हैं मगर बरेली पुलिस फिर भी खेल करने से बाज नहीं आ रही। क्योलड़िया थाने की अब नई कहानी सामने आई है। किडनैपर पर थानेवालों की मेहरबानी से किसान की बेटी पिछले दिनों कस्टडी से गायब हो गई थी। ताजा खबर ये है कि क्योलड़िया पुलिस नाबालिग किशोरी के साथ उसके अपहरण के आरोपी को महाराष्ट्र में उसके ठिकाने से पकड़ लिया। वहां से 11 दिन के रिमांड पर पुलिस उन्हें बरेली ले आई और यहां उनको कोर्ट में पेश कर दिया है।
आरोपी झोलाछाप किडनैपर अमित बंगाली क्योलड़िया क्षेत्र के गांव भौआ बाजार का रहने वाला है। उसने बहला-फुसलाकर क्षेत्र के एक किसान की बेटी का अपहरण कर लिया था। पुलिस ने बाद में किशोरी को बरामद भी कर लिया था और उसेे कोर्ट में भी पेश कर दिया था। नियमानुसार, किशोरी को महिला थानेे में रखा जाना चाहिए था। ऐसा करने की जगह पुलिस अजीब खेल में जुट गई। किशोरी को पुलिस अभिरक्षा में रखे जाने की जगह उसे बरेली के सतीपुर इलाके में एक प्राइवेट रूम में रुकवा दिया। लड़की के पिता का आरोप है कि उसकी नाबालिग बेटी को पुलिस आरोपी अमित बंगाली के ठिकाने पर ही छोड़ दिया था। इसके बाद किशोरी रहस्यमय ढंग से फिर गायब हो गई थी।
पुलिस अभिरक्षा में होने के बाद भी लड़की को प्राइवेट रूम में रखे जाने को लेकर उसकी सुरक्षा ड़यूटी में तैनात क्योलड़िया थाने की महिला सिपाही और एसओ सुरेन्द्र सिंंह के बीच बातचीत का एक ऑडियो भी कुछ दिन पहले वायरल हुआ था। पुलिस अभिरक्षा से किशोरी के गायब होने का मामला सामने आने पर पूरा थाना जांच के दायरे में आ गया था। आला अफसरों ने मामले की जांच सीओ को सौंप दी थी। बेटी के गायब होने को लेकर उसका किसान पिता क्योलड़िया पुलिस पर गंभीर आरोप लगा रहा था और कार्रवाई के लिए अफसरों के चक्कर लगा रहा था। उसने न्याय न मिलने पर भूख हड़ताल तक की धमकी दे डाली थी। इस मामले में सम्बंधित पुलिसकर्मियों की गर्दन फंसना तय मानी जा रही थी मगर थानेवालों ने बचने की तरकीब खोज ली। कई दिन की भागदौड़ के बाद पुलिस किशोरी और उसके अपहरण के आरोपी को कहीं से खोज लाई। सूत्रों का कहना है कि अमित बंगाली पीड़ित किशोरी को लेकर मुंबई चला गया था। वहीं से पुलिस ने उसे पकड़ा और किशोरी को भी बरामद कर लिया। पुलिस उसे बरेली ले आई और आज नवाबगंज स्थित कोर्ट में पेश किया।
किसान का आरोप: आरोपी को बचाने के लिए मनमर्जी से लिखा मुकदमा
किशोरी का किसान पिता पहले दिन से आरोप लगाता आ रहा है कि बेटी के अपहरण के बाद रिपोर्ट दर्ज कराने को उसने जो तहरीर थाने में दी थी, पुलिस ने उसे फाड़ दिया था। पुलिस अपहरण के आरोपी झोलाछाप अमित बंगाली को बचाने के लिए इसके बाद मनमाफिक केस दर्ज कर दिया था। क्योलड़िया पुलिस द्वारा किशोरी के अपहरण में किया गया खेल उजागर होने के बाद भी आला अधिकारी कोई एक्शन नहीं ले रहे, इससे बड़ा सवाल और क्या हो सकता है ?
खबरची ब्यूरो