बरेली। यूपी के बरेली में एक शादीशुदा शख्स ने पहले तो सच्चाई छिपाकर दलित महिला से शादी की और फिर धोखे से उसकी सम्पत्ति दूसरों को बेच दी। जमीन और मकान की देखभाल की कहकर पति महिला की पॉवर ऑफ अटार्नी बनाई। फिर महज 15 दिन में उसकी सम्पत्ति का बंदरबांट कर दिया। लगातार चक्कर लगाने के बाद भी पुलिस अफसरों ने पीड़िता की सुनवाई नही की तो अब उसने न्याय के लिए मुख्मंत्री से गुहार लगाई है।
सिविल लाइंस की रहने वाली मिथिलेश कुमारी ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि 28 मई 2005 को उसकी शादी विकास भवन के एक बाबू के साथ हुई थी। पति ने उसे यह बात छिपाई कि उसने पहले से दो शादी कर रखी हैं। बकौल मिथलेश: शादी के बाद वह बेटी पोरन्गी की मां बन गई। उसके पास करगैना में पैत्रिक प्लाट, बिथरी में दो जगह खेती की जमीन और सिविल लाइंस में अपने मकान थे। महिला का आरोप है कि पति ने धोखे से उसेे काशीपुर ले जाकर उसकी करोडों की संपत्ति की देखभाल करने का झांसा देकर 15 मार्च 2013 को पॉवर ऑफ अटार्नी रजिस्टर करा ली। 12 अप्रैल 2013 यानी 27 दिन बाद ही पॉवर ऑफ अटार्नी निरस्त भी करा दी।
पीड़िता मिथलेश के मुताबिक, 27 दिन में पति उसकी खेती की जमीन, मकान व प्लॉट की रजिस्ट्री पहली पत्नी के पुत्र व बेटियों के नाम कर दी। कानून अनुसूचिति जाति की जमीन बिना जिलाधिकारी की अनुमति के बेची नहीं जा सकती। नवंबर 2019 में पति ने उससे कहा कि अब तुमको यह मकान खाली करना पड़ेगा। पूछने पर उसने बताया कि तुम्हारी सारी संपत्ति बेच गई है। रजिस्ट्री ऑफिस से रिकार्ड निकलवाने पर मालूम हुआ कि पति कई साल पहले उसकी पूरी संपत्ति को बेचकर से बेघर कर चुका है। पति ने इसके बाद उसे बेटी के साथ अपने ही मकान से बाहर निकलने की धमकी दी। 14 दिसंबर 19 को आरोपी पति अपने साथ तीन बंदूकधारियों को लेकर आया। उसे जाति सूचक गालियां दी। पीटा और बेटी को छत से फेंककर मार डालने की धमकी दी।
शोर मचाने पर हमलावर हत्या की धमकी देते हुए वहां से चले गए। 10 दिसंबर 20 की शाम वह कचहरी से बेटी के साथ पैदल कर जा रही थी तो पीछे से कार में सवार होकर पति और उसके तीन हथियारबंद साथी आ गए और उसे घेर लिया। हमलावरों ने कहा कि तू बहुुुत शिकायत करती है। मकान खाली नहीं कर रही है। यह कहते हुए हमलावरों ने उसे पीटा और बेटी को जान से मार देंगे तो पूरी संपत्ति हमारी हो जाएगी। मिथलेश दहशत में घर में कैद होकर रह गई। मामले की शिकायत उसने दोनों घटनाओं के बाद पुलिस और आला अफसरों से की मगर उसकी सुनवाई नहीं की गई। वह एसएसपी से भी मिली। उन्होंने शिकायत सीओ तृतीय के पास भेज दी। सीओ ऑफिस में बयान लिखाने उसे बुलाया गया मगर वहां के मुंशी ने सही बयान नोट नहीं किए। मिथलेश का कहना है कि आरोपी पति हर जगह पहुंच रखता है, इस वजह से उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही। उसने अब मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है।
खबरची ब्यूरो